आईपीएल 2024 के मेगा ऑक्शन में Shardul Thakur को किसी भी फ्रेंचाइज़ी ने नहीं खरीदा। उनके पिछले सीजन का प्रदर्शन उनकी अनदेखी का बड़ा कारण बना। चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेले गए 9 मैचों में उन्होंने सिर्फ 5 विकेट लिए, वह भी 61 से अधिक की औसत और 10 से ऊपर की इकॉनमी रेट के साथ। इसके अलावा, आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम लागू होने के बाद से टीमें ऑलराउंडर्स की बल्लेबाजी क्षमता को ज्यादा प्राथमिकता नहीं दे रहीं, जिससे ठाकुर की मांग और घट गई।
आईपीएल में अनसोल्ड रहने के बाद शार्दूल के लिए यह सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) एक मौका थी, जिसमें वह अपने प्रदर्शन से वापसी का दावा पेश कर सकते थे। हालांकि, मैदान पर उनका प्रदर्शन विपरीत दिशा में चला गया।
Shardul Thakur: सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शर्मनाक रिकॉर्ड
मुंबई के लिए खेलते हुए Shardul Thakur का केरल के खिलाफ प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। उन्होंने 4 ओवर में 69 रन दिए, जो SMAT के इतिहास का सबसे खराब गेंदबाजी प्रदर्शन है। इससे पहले यह रिकॉर्ड हैदराबाद के पगाडाला नायडू (4 ओवर, 67 रन) के नाम था, जो 2010 में मुंबई के खिलाफ बना था। इस मुकाबले में शार्दूल ने अरुणाचल प्रदेश के रमेश राहुल की हालिया बराबरी की, जिन्होंने हरियाणा के खिलाफ इतने ही रन लुटाए थे।Shardul Thakur की यह गेंदबाजी न केवल मुंबई की हार का कारण बनी, बल्कि उनकी गेंदबाजी क्षमता पर भी सवाल खड़े कर गई। खराब लाइन और लेंथ के चलते वह विपक्षी बल्लेबाजों को रोकने में नाकाम रहे, जिससे यह शर्मनाक रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज हो गया।
वापसी की उम्मीद और चुनौतियां
Shardul Thakur के लिए यह समय आत्ममंथन का है। खराब प्रदर्शन और फिटनेस के मुद्दों के चलते उन्हें भारतीय टीम में भी जगह नहीं मिली, खासकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 में। हाल ही में उनकी सर्जरी ने भी उनकी लय को प्रभावित किया है। अब शार्दूल को घरेलू टूर्नामेंट्स में प्रदर्शन सुधारकर चयनकर्ताओं और फ्रेंचाइजियों का भरोसा फिर से जीतना होगा।आने वाले रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट्स उनके लिए खुद को साबित करने का एक बड़ा मौका होंगे। अगर वह बेहतर फिटनेस और फॉर्म में लौटते हैं, तो वापसी के रास्ते उनके लिए खुल सकते हैं।