व्यतिकरण और विवर्तन क्या है इनके बारे में हम पिछले लेख में अध्ययन कर चुके हैं प्रस्तुत लेख के अंतर्गत हम प्रकाश के व्यतिकरण और विवर्तन में अंतर स्पष्ट कीजिए इस प्रश्न पर चर्चा करेंगे।
जब किसी माध्यम में समान आवृत्ति की दो तरंगे एक साथ समान दिशा में चलती हैं तो इनके अध्यारोपण से माध्यम के कुछ बिंदुओं पर तीव्रता बहुत अधिक पायी जाती है। तथा कुछ बिंदुओं पर तीव्रता बहुत कम पायी जाती है। इस प्रकार की घटना को व्यतिकरण कहते हैं।
व्यतिकरण को पूरा समझने के लिए हमने एक अलग से लेख तैयार किया है जिसमें व्यतिकरण की परिभाषा, उदाहरण और इसके दोनों प्रकार को अच्छे से चित्र द्वारा समझाया गया है इसलिए आप उस लेख को अवश्य पढ़ें।
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जब प्रकाश किरणें किसी तीक्ष्ण अवरोध अथवा पतली झिर्री पर गिरती हैं। तो प्रकाश किरणें अवरोध अथवा झिर्री के किनारों की ओर आंशिक रूप से मुड़ जाती है।
प्रकाश किरणों की इस घटना को प्रकाश का विवर्तन कहते हैं।
प्रकाश के विवर्तन पर भी हमने अलग से एक स्पेशल लेख तैयार किया है।
व्यतिकरण और विवर्तन में अंतर
क्र.सं. | व्यतिकरण | विवर्तन |
1. | दो कला संबद्ध स्रोतों से आने वाली प्रकाश तरंगों के अध्यारोपण से व्यतिकरण प्राप्त होता है। | एक ही तरंगाग्र के विभिन्न बिंदुओं से आने वाली द्वितीयक तरंगिकाओं के अध्यारोपण से विवर्तन प्राप्त होता है। |
2. | व्यतिकरण प्रतिरूप में सभी दीप्त फ्रीजों की तीव्रता समान होती है। | विवर्तन प्रतिरूप में सभी दीप्त फ्रीजों की तीव्रता घटती जाती है। |
3. | व्यतिकरण फ्रीजों की चौड़ाई समान भी हो सकती है अथवा नहीं भी हो सकती। | विवर्तन फ्रीजें की चौड़ाई कभी भी समान नहीं होती हैं। |
4. | व्यतिकरण प्रतिरूप में सभी अदीप्त फ्रीज की तीव्रता बहुत कम या शून्य होती है। | विवर्तन प्रतिरूप में निम्निष्ट की तीव्रता कभी भी शून्य नहीं होती है। |
आशा करते हैं कि व्यतिकरण और विवर्तन में अंतर आपको स्पष्ट हो गया होगा। इसको ओर अच्छे से समझने के लिए व्यतिकरण और विवर्तन के अलग-अलग लेख को जरूर पढ़ें। यह अंतर वार्षिक परीक्षाओं में कभी-कभी आ जाता है।