यह तो हम पढ़ ही चुके हैं कि यूरेनियम के नाभिक को हल्के नाभिकों में अलग किया जा सकता है। और ऐसा करने में अधिक मात्रा में ऊर्जा मुक्त होती है। लेकिन यदि हम हल्के नाभिकों को मिला दें, तो क्या ऊर्जा उत्पन्न होगी। इसके बारे में विस्तार से समझते हैं।
नाभिकीय संलयन
वह प्रक्रिया है जिसमें दो हल्के नाभिक परस्पर संयुक्त अर्थात् संलयित होकर एक भारी नाभिक का निर्माण करते हैं। तो इस प्रकार की प्रक्रिया को नाभिकीय संलयन (Nuclear fusion in Hindi) कहते हैं।
इस प्रक्रिया से प्राप्त भारी नाभिकों का द्रव्यमान, संलयन करने वाले दोनों हल्के नाभिकों के द्रव्यमान के योग से कम होता है। नाभिकीय संलयन में द्रव्यमान की यह क्षति (हानि) ऊर्जा के रूप में प्राप्त हो जाती है।
आइए नाभिकीय संलयन को उदाहरण द्वारा अच्छे से समझते हैं।
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नाभिकीय संलयन का उदाहरण
जब दो भारी हाइड्रोजन का नाभिक (ड्यूट्रॉन 1H2) संलयित होते हैं। तो एक ट्राॅइटियम का नाभिक (ट्राइटॉन) तथा एक प्रोटोन (1H1) प्राप्त होता है। तथा इस प्रक्रिया में 4.0 MeV ऊर्जा निकलती है।
1H2 + 1H2 \longrightarrow 1H3 + 1H1 + 4.0 MeV ऊर्जा
अब ट्राॅइटियम का नाभिक एक तीसरे ड्यूट्रॉन के साथ संलयित होकर एक हीलियम नाभिक (2He4) का निर्माण करती हैं। तथा इस प्रक्रिया में 17.6 MeV ऊर्जा मुक्त होती है।
1H3 + 1H2 \longrightarrow 2He4 + 0n1 + 17.6 MeV ऊर्जा
अतः इस प्रकार उपरोक्त दोनों अभिक्रियाओं में तीन ड्यूट्रॉन संलयित होकर एक हीलियम नाभिक, एक प्रोटोन तथा एक न्यूट्रॉन का निर्माण करते हैं। तथा इसमें 21.6 MeV ऊर्जा मुक्त होती है। जो प्रोटॉन (sub>1H1) तथा न्यूट्रॉन (sub>0n1) की गतिज ऊर्जा के रूप में होती है।
हाइड्रोजन बम नाभिकीय संलयन प्रक्रिया पर कार्य करता है। अर्थात् हाइड्रोजन बम नाभिकीय संलयन का एक उदाहरण है।
नाभिकीय संलयन की प्रक्रिया
नाभिकीय संलयन प्रक्रिया व्यवहार में नाभिकीय विखंडन के मुकाबले एक अत्यंत कठिन प्रक्रिया है।
इसका कारण दोनों ड्यूट्रॉनों का धनावेशित होना है। जिसके फलस्वरूप दोनों ड्यूट्रॉन एक दूसरे के निकट मिलने की जगह प्रतिकर्षित हो जाते हैं। यह प्रतिकर्षण बल इतना प्रबल होता है कि अभिक्रिया का होना असंभव सा लगता है। जिस कारण अभिक्रिया में ड्यूट्रॉनों को लगभग 10 मिलियन कैल्विन ताप पर तापित किया जाता है।
Note – नाभिकीय संलयन के उदाहरण को अलग-अलग किताबों में अलग-अलग प्रकार से किया गया है। वह सब ही अपनी जगह पर ठीक हैं आप किसी भी जगह से कोई भी उदाहरण को याद कर सकते हैं जो आपको अच्छा लगता हो।