विद्युत आवेश तथा क्षेत्र नोट्स | physics class 12 chapter 1 notes in Hindi

विद्युत आवेश तथा क्षेत्र नोट्स

प्रस्तुत पाठ को Gyan Tracks द्वारा कुछ भागों में बांटा गया है ताकि सभी छात्रों को यह आसानी से समझाया जा सके। विद्युत आवेश तथा क्षेत्र अध्याय महत्वपूर्ण है इस के आंकिक प्रश्न और इसमें कई सारे नियम, सिद्धांत और प्रमेय हैं। जो वार्षिक परीक्षाओं में आती ही हैं। इसीलिए सभी छात्र यह पाठ बहुत ध्यान से समझें और लिखकर अभ्यास करें।

विद्युत आवेश तथा क्षेत्र नोट्स

विद्युत आवेश

जब दो वस्तुओं जैसे कांच के छड़ और रेशम को आपस में रगड़ते हैं तो दोनों वस्तुओं पर आवेश आ जाता है अर्थात दोनों वस्तुएं आवेशित हो जाती हैं। इन दोनों वस्तुओं पर आवेश एक दूसरे से विपरीत होता है। जिस वस्तु से इलेक्ट्रॉन निकल जाते हैं वह वस्तु धनावेशित हो जाती है जबकि जिस वस्तु में इलेक्ट्रॉन चले जाते हैं वह ऋणावेशित हो जाती है। चूंकि इलेक्ट्रॉन पर ऋण आवेश होता है।

विद्युत आवेश का सूत्र

विद्युत धारा = \frac{विद्युत\,आवेश}{समय}
\footnotesize \boxed { q = it }
या 1 कूलाम = 1 एंपियर × सेकेंड
विद्युत आवेश को इस प्रकार परिभाषित कर सकते हैं।
कि यदि किसी चालक में 1 एंपियर की धारा 1 सेकंड तक प्रवाहित होती है तो उस चालक से गुजरने वाले आवेश की मात्रा 1 कूलाम होगी। कूलाम को C से प्रदर्शित करते हैं। जबकि आवेश को q से प्रदर्शित करते हैं।
आवेश का एक अन्य सूत्र भी होता है जो आंकिक प्रश्नों में प्रयोग किया जाता है।
आवेश = चक्करों की संख्या × इलेक्ट्रॉन का आवेश
\footnotesize \boxed { q = ne }
जहां इलेक्ट्रॉन पर e = 1.6 × 10-19 कूलाम का ऋण आवेश होता है।

आवेश को दो भागों में बांटा गया है।
1. सजातीय आवेश
2. विजातीय आवेश

1. सजातीय आवेश

वह आवेश जो एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं। उन्हें सजातीय आवेश कहते हैं। चूंकि यह एक जैसी प्रकृति के आवेश होते हैं। जैसे (+ + आवेश) या (- – आवेश)।

2. विजातीय आवेश

वह आवेश जो एक दूसरे को आकर्षित करते हैं। उन्हें विजातीय आवेश कहते हैं। चूंकि यह विपरीत प्रकृति के आवेश होते हैं। जैसे (+ – आवेश) या (- + आवेश)।

पढ़ें… स्थिर विद्युत विभव तथा धारिता नोट्स | Physics class 12 chapter 2 notes in hindi

मूल आवेश

वह न्यूनतम आवेश जो किसी कण या वस्तु पर हो सकता है। आवेश की इस न्यूनतम मात्रा को e से प्रदर्शित करते हैं। यह प्रकृति में सबसे छोटा आवेश माना जाता है। इसका मान 1.6 × 10-19 कूलाम होता है। जो की इलेक्ट्रॉन के आवेश के बराबर होता है।

आवेश का क्वांटीकरण

किसी वस्तु पर आवेश की मात्रा e (न्यूनतम आवेश) के पूर्व गुणज हो सकती है। जैसे 1e, 2e या 3e ……। इसे ही आवेश का क्वांटीकरण कहते हैं।

रेखीय आवेश घनत्व

किसी एकसमान आवेशित अनंत लंबाई के तार की प्रति एकांक लंबाई पर उपस्थित आवेश को रेखीय आवेश घनत्व कहते हैं। इसे λ से प्रदर्शित करते हैं।
माना यदि किसी तार की ℓ लंबाई पर उपस्थित आवेश की मात्रा q है तो उसका रेखीय आवेश घनत्व का सूत्र निम्न होगा।
\footnotesize \boxed { λ = \frac{q}{ℓ} }
रेखीय आवेश घनत्व का मात्रक कूलाम/मीटर होता है। एवं इसका विमीय सूत्र [L-1TA] होता है।

पृष्ठ आवेश घनत्व

किसी एकसमान आवेशित पृष्ठ के प्रति एकांक क्षेत्रफल पर उपस्थित आवेश को पृष्ठ आवेश घनत्व कहते हैं। इसे σ से प्रदर्शित करते हैं। इसे पृष्ठीय अथवा क्षेत्रीय आवेश घनत्व भी कहते हैं।
माना यदि किसी पृष्ठ के क्षेत्रफल A पर उपस्थित आवेश की मात्रा q है तो उसका पृष्ठ आवेश घनत्व का सूत्र निम्न होगा।
\footnotesize \boxed { σ = \frac{q}{A} }
पृष्ठ आवेश घनत्व का मात्रक कूलाम/मीटर2 होता है। एवं इसका विमीय सूत्र [L-3TA] होता है।

Physics class 12 chapter 1 notes in hindi

Gyan Tracks द्वारा विद्युत आवेश तथा क्षेत्र नोट्स के जितने भी अलग-अलग भाग बांटे गए थे उन सभी का लिंक नीचे क्रम के अनुसार दिया गया है। वहां से आप एक-एक टॉपिक को पढ़ सकते हैं।


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