विकिरण तथा द्रव्य की द्वेती प्रकृति
प्रकाश में कण तथा तरंग दोनों प्रकार की प्रकृति होती है।
प्रकाश विशेष परिस्थितियों में कण की भांति व्यवहार कर सकता है तथा कुछ विशेष परिस्थितियों के लिए प्रकाश तरंग की भांति भी व्यवहार कर सकता है। इस प्रकार की प्रकृति को प्रकाश की द्वेती प्रकृति कहते हैं।
कुछ महत्वपूर्ण सूत्र
- फोटोन की ऊर्जा
\footnotesize \boxed { E = hv } या \footnotesize \boxed { E = \frac{hc}{λ} } - फोटोन का संवेग
\footnotesize \boxed { p = \frac{hv}{c} } या \footnotesize \boxed { p = \frac{h}{λ} } - आइंस्टीन का प्रकाश विद्युत समीकरण
\footnotesize \boxed { \frac{1}{2} mV_{max}^2 = h(v - v_o) } - डी ब्रोग्ली तरंग की तरंगदैर्ध्य
\footnotesize \boxed { λ = \frac{h}{p} } या \footnotesize \boxed { λ = \frac{h}{mv} } - यदि कण की गतिज ऊर्जा K हो तब तरंगदैर्ध्य
\footnotesize \boxed { λ = \frac{h}{\sqrt{2mK}} }
पढ़ें…. तरंग प्रकाशिकी क्या है | Physics class 12 chapter 10 notes in Hindi
यह सभी सूत्र बहुत महत्वपूर्ण हैं इन सूत्रों की सहायता से ही विकिरण तथा द्रव्य की द्वेती प्रकृति पाठ के आंकिक प्रश्न हल किए जाते हैं।
विकिरण तथा द्रव्य की द्वेती प्रकृति पाठ के दो महत्वपूर्ण टॉपिक आइंस्टीन का प्रकाश विद्युत समीकरण तथा डी ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य समीकरण हैं जिन पर हमने अलग से स्पेशल लेख तैयार किए हैं ताकि इन दोनों टॉपिक को आप को समझने में परेशानी का सामना न करना पड़े। इसलिए अगर आप इन दोनों महत्वपूर्ण टॉपिक को पढ़ना चाहते हैं तो इस लेख के नीचे इन दोनों टॉपिक का सीधा लिंक दिया गया है वहां जाकर आप इन दोनों टॉपिक को अच्छे से पढ़ सकते हैं।
Physics class 12 Chapter 11 notes in Hindi
- आइंस्टीन का प्रकाश विद्युत प्रभाव समीकरण लिखिए, सूत्र, नियम
- डी ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य समीकरण क्या है, महत्व और व्युत्पत्ति
- कार्य फलन किसे कहते हैं, सूत्र क्या होता है परिभाषित कीजिए
- देहली आवृत्ति, देहली तरंगदैर्ध्य तथा निरोधी विभव क्या है, परिभाषा, सूत्र