प्रकाश का ध्रुवण क्या है, अपवर्तन, परावर्तन तथा प्रकीर्णन द्वारा ध्रुवण

हाइगेंस के तरंग सिद्धांत के अनुसार प्रकाश एक स्थान से दूसरे स्थान तक तरंगों के रूप में चलता है। यह तरंगें दो प्रकार की होती हैं अनुप्रस्थ तथा अनुदैर्ध्य तरंगें।

प्रकाश का ध्रुवण

प्रकाश के ध्रुवण को निम्न प्रकार से परिभाषित किया जा सकता है लेकिन हम यहां टूरमैलीन प्रयोग की व्याख्या द्वारा प्रकाश के ध्रुवण को परिभाषित करेंगे।
जब कोई प्रकाश की तरंग किसी टूरमैलीन क्रिस्टल पर गिरती है तो प्रकाश की तरंग के केवल वे कंपन ही बाहर निकल पाते हैं जो क्रिस्टल की अक्ष के समांतर होते हैं। तथा शेष कंपन क्रिस्टल के कारण बाहर नहीं निकलते हैं। एवं वहीं रुक जाते हैं। एवं क्रिस्टल से बाहर निकलने के बाद प्रकाश की तरंग विद्युत वेक्टर के कंपन तरंग के चलने की लम्बवत् तल में सभी दिशाओं में समान रूप से न होकर केवल एक ही दिशा में उपस्थित होते हैं। इस प्रकार के प्रकाश को समतल ध्रुवित प्रकाश कहते हैं। एवं घटना को प्रकाश का ध्रुवण (Polarisation of light in Hindi) कहते हैं।
टूरमैलीन का वह क्रिस्टल जो प्रकाश की तरंगों को ध्रुवित करता है उसे दो ध्रुवक कहते हैं।

प्रकाश के ध्रुवण की घटना केवल प्रकाश में ही होती है ध्वनि में यह घटना नहीं होती है। चूंकि प्रकाश की अनुप्रस्थ तरंगें होती हैं। जबकि ध्वनि अनुदैर्ध्य तरंगें होती हैं।

प्रकीर्णन द्वारा प्रकाश का ध्रुवण

जब कोई सामान्य प्रकाश की किरण किसी अतिसूक्ष्म कणों जैसे धूल के कण, धुंआ, वायु के कण आदि पर गिरता है तो यह कण प्रकाश को सभी दिशाओं में प्रकीर्णित कर देते हैं। प्रकाश की आपतन दिशा के लंबवत् देखने पर नीला प्रकाश दिखाई देता है। यह प्रकाश आंशिक रूप से पूर्णतः समतल ध्रुवित होता है। इस परिघटना को प्रकाश का प्रकीर्णन कहते हैं।
वैज्ञानिक सर सी वी रमन ने प्रकाश के प्रकीर्णन का गहन अध्ययन किया जिसके लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

पढ़ें… ध्रुवित, अध्रुवित तथा समतल ध्रुवित प्रकाश किसे कहते हैं और अंतर क्या है
पढ़ें… व्यतिकरण क्या है इसकी दो शर्तें लिखिए, संतोषी और विनाशी व्यतिकरण, उदाहरण

परावर्तन द्वारा प्रकाश का ध्रुवण

इस पर हमने एक अलग से लेख तैयार लिख रखा है परावर्तन द्वारा प्रकाश का ध्रुवण को बूस्टर नियम भी कहते हैं। जिसको हमने पहले ही तैयार किया है।
पढ़ें… ब्रूस्टर का नियम क्या है सूत्र तथा ब्रूस्टर कोण | Brewster law in Hindi

प्रकाश के ध्रुवण के अंतर्गत ध्रुवित, अध्रुवित तथा समतल ध्रुवित प्रकाश आते हैं इन तीनों को हमने अलग से समझाया है ताकि इन तीनों को विस्तृत रूप से अच्छे तरीके से समझाया जा सके। इसलिए आप उस लेख को भी जरूर पढ़ें।
पढ़ें…


शेयर करें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *