Champions Trophy
virat Kohli

भारतीय क्रिकेट में कप्तान और गेंदबाजों के बीच संवाद अहम भूमिका निभाता है। कभी-कभी यह संवाद मैच का रुख बदल सकता है, लेकिन अगर रणनीति गलत साबित हो जाए, तो यह नुकसानदेह भी हो सकता है। हाल ही में, पूर्व भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravi Ashwin) ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे विराट कोहली की सलाह के कारण आकाशदीप सिंह की लय बिगड़ गई और उनका प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा। यह घटना बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच में घटी, जब आकाशदीप को भारतीय टीम में शामिल किया गया था।

 

कोहली की टिप्पणी से बिगड़ी आकाशदीप की लय

Ravi Ashwin

ब्रिस्बेन में खेले गए तीसरे टेस्ट में आकाशदीप सिंह को भारतीय टीम में मौका मिला, जहां उन्होंने पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट खेला। शुरुआत में वह बेहतरीन लय में दिख रहे थे और खासतौर पर स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन को परेशान कर रहे थे। लेकिन जैसे ही विराट कोहली उनके पास आए और उन्हें ‘सीधी गेंदबाजी’ करने की सलाह दी, उनका लाइन और लेंथ गड़बड़ा गया।

आर अश्विन (Ravi Ashwin) ने कहा कि”आकाशदीप गाबा में शानदार गेंदबाजी कर रहे थे। तभी मैंने देखा कि विराट कोहली उनके पास आए और बोले ‘सीधी गेंद डालो।’ इसके बाद आकाशदीप ने सीधी गेंदबाजी शुरू कर दी, लेकिन कुछ गेंदें लेग साइड की ओर चली गईं और उनकी लय पूरी तरह से खराब हो गई।”

पहली पारी में आकाशदीप ने 29.5 ओवरों में 95 रन देकर सिर्फ एक विकेट लिया, जो कि एलेक्स कैरी का था। वहीं दूसरी पारी में उन्होंने 5 ओवर में 28 रन देकर 2 विकेट हासिल किए। हालांकि, वह पूरे मैच में उतना प्रभावी नहीं दिखे, जितना उनसे उम्मीद की जा रही थी।

 

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में औसत रहा आकाशदीप का प्रदर्शन

Akashdeep Singh

आकाशदीप सिंह को मेलबर्न टेस्ट में भी मौका मिला, लेकिन वहां भी वह कोई खास छाप नहीं छोड़ सके। उन्होंने दो मैचों में कुल 5 विकेट लिए, लेकिन उनका औसत 54 का रहा, जो कि टेस्ट क्रिकेट में किसी तेज गेंदबाज के लिए आदर्श नहीं माना जाता। इसके बाद, वह सिडनी टेस्ट से बाहर हो गए, क्योंकि वह चोटिल हो गए थे।

आकाशदीप की इस गेंदबाजी पर काफी चर्चा हुई, और अब अश्विन (Ravi Ashwin) के इस खुलासे के बाद यह बहस फिर से तेज हो गई है कि क्या विराट कोहली की रणनीति हर गेंदबाज के लिए कारगर होती है?

या फिर कप्तानों को गेंदबाजों को अपनी प्राकृतिक लय में गेंदबाजी करने देनी चाहिए।।

 

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