ब्रिसबेन में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन एक ऐसा क्षण आया जिसने भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ दिया। यह टेस्ट मैच अपने रोमांच और खिलाड़ियों के प्रदर्शन के लिए पहले से ही चर्चित था, लेकिन ऋषभ पंत ( Rishabh Pant ) ने अपने शानदार प्रदर्शन से इसे और खास बना दिया। भारतीय टीम के इस उभरते सितारे ने विकेटकीपिंग के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की, जो उनके करियर और भारतीय क्रिकेट दोनों के लिए गर्व का पल है।
टेस्ट क्रिकेट में 150 डिसमिसल्स पूरे करने वाले तीसरे भारतीय विकेटकीपर
ब्रिसबेन टेस्ट के दूसरे दिन ऋषभ पंत ( Rishabh Pant ) ने उस्मान ख्वाजा का कैच पकड़कर टेस्ट क्रिकेट में 150 डिसमिसल्स पूरे कर लिए। यह उपलब्धि उन्हें भारतीय क्रिकेट इतिहास के महान विकेटकीपरों की श्रेणी में शामिल करती है। उनसे पहले यह रिकॉर्ड केवल एमएस धोनी और सैयद किरमानी ने ही हासिल किया है। पंत ( Rishabh Pant ) ने 41 टेस्ट मैचों में यह उपलब्धि हासिल की है, जिसमें 135 कैच और 15 स्टंपिंग शामिल हैं।
पंत ( Rishabh Pant ) ने जिस अंदाज में यह उपलब्धि हासिल की है, वह उन्हें एक खास विकेटकीपर बनाता है। उनकी तेज़ रिफ्लेक्स और शानदार विकेटकीपिंग तकनीक ने उन्हें यह मुकाम दिलाया। इस उपलब्धि के साथ वह अब भारतीय विकेटकीपरों की एक विशेष सूची में शामिल हो गए हैं।
एमएस धोनी और सैयद किरमानी के बाद Rishabh Pant का स्थान
ऋषभ पंत ( Rishabh Pant ) की इस उपलब्धि के बावजूद, एमएस धोनी भारतीय विकेटकीपरों की सूची में शीर्ष स्थान पर बने हुए हैं। धोनी के नाम टेस्ट क्रिकेट में 294 डिसमिसल्स हैं, जिनमें 256 कैच और 38 स्टंपिंग शामिल हैं। वहीं, सैयद किरमानी 198 डिसमिसल्स के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
ऋषभ पंत ( Rishabh Pant ) फिलहाल तीसरे स्थान पर हैं और किरमानी का रिकॉर्ड तोड़ने के करीब हैं। जिस तेजी से पंत ( Rishabh Pant ) अपनी विकेटकीपिंग में सुधार कर रहे हैं और अपनी बैटिंग से भारतीय टीम को मैच जिताने में अहम भूमिका निभा रहे हैं, यह कहना गलत नहीं होगा कि वे आने वाले समय में धोनी का रिकॉर्ड भी चुनौती दे सकते हैं।
इस उपलब्धि के साथ, ऋषभ पंत ( Rishabh Pant ) ने दिखा दिया है कि वे भारतीय क्रिकेट का भविष्य हैं और लंबे समय तक अपने प्रदर्शन से टीम को योगदान देते रहेंगे।