आपने जरूर देखा होगा कि सूर्य सूर्यास्त (शाम) तथा सूर्योदय (सुबह) के समय पर लाल दिखाई देता है। ऐसा प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण होता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय सूर्य लाल दिखना
सूर्योदय या सूर्यास्त के समय जब सूर्य लगभग पृथ्वी के क्षितिज पर होता है तब सूर्य से आने वाले प्रकाश को वायुमंडल में दोपहर की अपेक्षा अधिकतम मार्ग तय करना पड़ता है। जिसके कारण सूर्य के प्रकाश का बैगनी, नीले रंगों का लगभग संपूर्ण अंश प्रकीर्णित होकर आकाश में बिखर जाता है। तथा अब शेष नारंगी लाल का अंश ही पृथ्वी पर हमारे नेत्रों तक सीधा पहुंच पाता है। चूंकि लाल रंग के प्रकाश की तरंगदैर्ध्य अधिकतम तथा इसका प्रकीर्णन न्यूनतम होता है। इसी कारण जब कोई व्यक्ति सूर्योदय अथवा सूर्यास्त के समय सूर्य को देखता है तो उसकी आंखों तक पहुंचने वाले प्रकाश में सबसे अधिक तीव्रता लाल रंग के प्रकाश की होती है। जिसके फलस्वरूप उस व्यक्ति सूर्य लाल रंग का प्रतीत होता है। चित्र में देखें।

दूसरी ओर दोपहर के समय सूर्य सिर के ऊपर होता है। तब सूर्य के प्रकाश को धरती तक आने में सूर्योदय या सूर्यास्त के समय की अपेक्षा न्यूनतम दूरी तय करनी पड़ती है। तथा प्रकाश का प्रकीर्णन कम होता है। और लगभग सभी रंगों की किरणें आंखों तक पहुंच जाती हैं। जिस कारण सूर्य सफेद (श्वेत) रंग का दिखाई देता है। चित्र द्वारा स्पष्ट किया गया है।
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