Team India में कई तेज गेंदबाजों ने अपनी प्रतिभा से अलग पहचान बनाई है, लेकिन कुछ खिलाड़ियों का करियर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लंबा नहीं चल पाया। ऐसे ही एक भारतीय तेज गेंदबाज ने हाल ही में क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। उन्होंने न केवल भारतीय क्रिकेट में, बल्कि घरेलू स्तर पर भी अपनी शानदार गेंदबाजी से कई मुकाम हासिल किए। यह खिलाड़ी एक बार विराट कोहली की कप्तानी में भारत को विश्व कप जिताने वाली टीम का हिस्सा भी रह चुका है। उन्होंने अपनी गति, लाइन और लेंथ से बल्लेबाजों को परेशान किया और भारत के लिए सीमित ओवरों के प्रारूप में खेलने का मौका पाया।

सिद्धार्थ कौल ने लिया क्रिकेट से संन्यास

यह तेज गेंदबाज सिद्धार्थ कौल हैं, जिन्होंने अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कहने का फैसला किया है। 34 वर्षीय कौल ने भारतीय क्रिकेट के लिए 2018-19 में टी20 और वनडे प्रारूप में कुल 6 मैच खेले। अपने करियर के दौरान, उन्होंने पंजाब की घरेलू टीम के लिए लंबे समय तक क्रिकेट खेला और शानदार प्रदर्शन किया। 2023-24 सीजन में उन्होंने पंजाब को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीतने में अहम भूमिका निभाई। इस टूर्नामेंट में उन्होंने 10 मैचों में 16 विकेट लेकर अपनी टीम को चैंपियन बनाया। इसके अलावा, विजय हजारे ट्रॉफी में भी उन्होंने 19 विकेट चटकाए और अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।

करियर की उपलब्धियां और चुनौतियां

सिद्धार्थ कौल का करियर कई उतार-चढ़ाव से भरा रहा। 2008 में, उन्होंने विराट कोहली की कप्तानी में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा बनकर अपनी पहचान बनाई। हालांकि, इसके बाद पीठ की गंभीर चोटों के कारण उनका करियर लगभग पांच साल तक प्रभावित रहा। घरेलू क्रिकेट में उनकी वापसी शानदार रही, जहां उन्होंने अपनी डेथ ओवर गेंदबाजी से नाम कमाया। आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए 2017 और 2018 सीजन में उन्होंने क्रमशः 16 और 21 विकेट लिए।

अपने 17 साल लंबे करियर में, सिद्धार्थ ने 88 फर्स्ट क्लास मैचों में 297 विकेट और लिस्ट ए क्रिकेट में 199 विकेट लिए। टी20 क्रिकेट में उनके नाम 182 विकेट दर्ज हैं। संन्यास के बाद सिद्धार्थ कौल ने विदेशी लीग्स में खेलने की इच्छा जताई है, जिससे वह अपने अनुभव को नई जगहों पर उपयोग कर सकें। उनका यह फैसला उनके प्रशंसकों के लिए एक भावुक पल है।

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