कार्य फलन किसे कहते हैं, सूत्र क्या होता है परिभाषित कीजिए

कार्य फलन

प्रकाश के एक फोटोन की वह न्यूनतम ऊर्जा जो धातु से प्रकाश इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित करने के लिए आवश्यक होती है। उसे धातु का कार्य फलन (work function in Hindi) कहते हैं। इसे W से प्रदर्शित किया जाता है। कार्य फलन का मान भिन्न-भिन्न धातुओं के लिए भिन्न-भिन्न होता है। अधिकांश धातुओं के लिए कार्य फलन का मान कुछ इलेक्ट्रॉन वोल्ट की कोटि का होता है।

कार्य फलन का सूत्र

यदि दी गई धातु के लिए प्रकाश की देहली आवृत्ति हो, तो इस प्रकार के प्रकाश फोटोन की ऊर्जा इलेक्ट्रॉन को प्रश्न तक लाने में ही वे हो जाएगी जो कि इलेक्ट्रॉन में कार्य फलन के बराबर होगी।
अतः \footnotesize \boxed { W = hv_o }
इस समीकरण को धातु के कार्य फलन W तथा देहली आवृत्ति vo में संबंध का सूत्र कहते हैं।

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Note – फोटोन की कुल ऊर्जा hv, कार्य फलन W तथा इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा Ek में भी निम्न प्रकार संबंध होता है।
\footnotesize \boxed { hv = W + E_k }


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