Irfan Pathan: पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान रविवार को अपना 40वां जन्मदिन मनाते हैं। गेंद को शानदार तरीके से स्विंग करने और महत्वपूर्ण पारियां खेलने की उनकी क्षमता ने उन्हें अपने समय में भारत के सबसे बहुपरकारी क्रिकेटरों में से एक बना दिया। इरफान पठान का करियर बैट और बॉल दोनों में अद्वितीय रहा, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं।
Irfan Pathan कीं शानदार शुरुआत लेकिन चोटों का असर
इरफान पठान (Irfan Pathan) ने केवल 27 वर्ष की उम्र में भारत के लिए अपना आखिरी वनडे मैच खेला। उन्होंने अपने पहले 59 वनडे मैचों में 100 विकेट लिए, जो नए गेंद के साथ स्विंग गेंदबाज के रूप में उनकी क्षमता को दर्शाता है। वह 100 वनडे विकेट लेने वाले सबसे तेज भारतीय गेंदबाज थे, इससे पहले कि मोहम्मद शमी ने इस रिकॉर्ड को तोड़ा। हालांकि, चोटों ने उनके करियर पर असर डाला और उन्हें पहले बदलाव के गेंदबाज के रूप में खेलने पर मजबूर होना पड़ा। एक अधिक रक्षात्मक गेंदबाज बनने के कारण, उनके अगले 73 विकेट 61 वनडों में आए।
अंतिम मैच का दुर्भाग्य
(Irfan Pathan) इरफान पठान ने कुल मिलाकर 120 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने 1544 रन बनाए और 173 विकेट लिए। उनके लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि 2012 में श्रीलंका के खिलाफ अपने आखिरी मुकाबले में 5 विकेट लेने के बाद उन्हें फिर से टीम इंडिया में मौका नहीं मिला। यह एक ऐसा क्षण था जिसने उनके प्रशंसकों को निराश किया, क्योंकि उन्होंने अपनी क्षमता साबित की थी।
इरफान पठान (Irfan Pathan) ने टेस्ट क्रिकेट और टी20 इंटरनेशनल में भी कई सफलताएं हासिल कीं। उनकी बहुमुखी प्रतिभा और खेल के प्रति समर्पण ने उन्हें भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, और वे क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे।