Gautam Gambhir :इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो चुकी है, लेकिन टीम चयन को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। खासकर दो खिलाड़ियों को नजरअंदाज करने से क्रिकेट फैंस के बीच नाराजगी बढ़ गई है। टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने अपनी निजी दुश्मनी के चलते इन खिलाड़ियों को टीम से बाहर रखा है।
ऋतुराज गायकवाड़ को किया नजरअंदाज
ऋतुराज गायकवाड़ पिछले कई सालों से घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। वह घरेलू क्रिकेट में लगातार सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में से एक हैं और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए मैच विनिंग पारियां खेल चुके हैं। बावजूद इसके, गंभीर (Gautam Gambhir) ने उन्हें इंग्लैंड सीरीज से बाहर कर दिया।
कई फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञ मानते हैं कि गौतम गंभीर का चेन्नई सुपर किंग्स और महेंद्र सिंह धोनी से पुराना विवाद अब भी जारी है। गंभीर (Gautam Gambhir) की सीएसके और धोनी से नफरत ने ऋतुराज जैसे टैलेंटेड बल्लेबाज को भी प्रभावित किया है। ऋतुराज की फॉर्म और प्रतिभा को नजरअंदाज करना टीम इंडिया के लिए एक बड़ा नुकसान हो सकता है।
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शिवम दुबे को भी नहीं मिली जगह
शिवम दुबे, जिन्होंने भारत को टी20 वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी, उन्हें भी इंग्लैंड सीरीज के लिए टीम में जगह नहीं दी गई। शिवम ने न केवल टी20 वर्ल्ड कप बल्कि घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में भी अपनी बल्लेबाजी और ऑलराउंड प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है।
क्रिकेट प्रशंसकों का मानना है कि शिवम दुबे को नजरअंदाज करना एक सोची-समझी रणनीति है। गंभीर (Gautam Gambhir) की व्यक्तिगत नफरत ने भारतीय क्रिकेट को कमजोर किया है। दुबे जैसे खिलाड़ी, जो भारत के लिए मैच जिताने की क्षमता रखते हैं, उन्हें टीम से बाहर रखना कहीं न कहीं अनुचित लगता है।
ऋतुराज गायकवाड़ और शिवम दुबे जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को नजरअंदाज करना भारतीय टीम के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अगर चयन में व्यक्तिगत भावनाओं को शामिल किया जाएगा, तो यह भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए सही नहीं होगा।