भारतीय क्रिकेट में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने मैदान पर ऐतिहासिक प्रदर्शन किया, लेकिन उन्हें राष्ट्रीय टीम में ज्यादा मौके नहीं मिले। ऐसा ही एक खिलाड़ी विजय हजारे ट्रॉफी में हर मैच में शानदार प्रदर्शन कर रहा है और लगातार शतक लगा रहा है। इसके बावजूद चयनकर्ता उसे नजरअंदाज कर रहे हैं।
विजय हजारे ट्रॉफी में Karun Nair का अद्भुत प्रदर्शन
करुण नायर (Karun Nair), जिन्होंने भारतीय टीम के लिए 2016 में इंग्लैंड के खिलाफतिहरा शतक लगाया था , आज भी घरेलू क्रिकेट में खुद को साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 में नायर ने शानदार फॉर्म में रहते हुए 6 मैचों में 664 रन बनाए हैं। उनका औसत 664 और स्ट्राइक रेट 120 है, जो उनकी उत्कृष्ट फॉर्म को दर्शाता है।
उनके प्रदर्शन पर नजर डालें:
- 112(108)* बनाम जम्मू-कश्मीर
- 44(52)* बनाम छत्तीसगढ़
- 163(107)* बनाम कुद्दाल
- 111(103)* बनाम तमिलनाडु
- 112(101) बनाम उत्तर प्रदेश
- 122(82)* बनाम राजस्थान
करुण नायर (Karun Nair) ने अपनी पारी में न केवल निरंतरता दिखाई है, बल्कि हर बार टीम के लिए मैच जिताऊ प्रदर्शन किया है।
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करुण को किया जा रहा हे नजरअंदाज
इतने बेहतरीन आंकड़ों के बावजूद करुण नायर (Karun Nair) को भारतीय टीम में शामिल नहीं किया जा रहा है। चयनकर्ता, खासतौर पर अजित अगरकर, अपने कार्यकाल में घरेलू क्रिकेट की बजाय आईपीएल के प्रदर्शन को प्राथमिकता देते नजर आए हैं। इस वजह से घरेलू क्रिकेट में कड़ी मेहनत करने वाले खिलाड़ियों को मौका नहीं मिल रहा।
करुण नायर (Karun Nair) जैसे खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के लिए अनमोल हैं, लेकिन उनकी अनदेखी यह सवाल खड़ा करती है कि केवल आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों का चयन उचित नहीं है।ऐसे में चयनकर्ताओं को अपनी प्राथमिकताओं पर पुनर्विचार करने की जरूरत है।