राजकोट में खेले गए तीसरे और आखिरी महिला वनडे मैच में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने ऐसा प्रदर्शन किया, जिसने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। टीम इंडिया ने अपने खेल से न केवल आयरलैंड को हराया, बल्कि रिकॉर्ड बुक्स में कई रिकॉर्ड्स लिख दीं। 435 रनों का विशाल स्कोर बनाकर टीम ने दिखा दिया कि वह इस फॉर्मेट में नए कीर्तिमान स्थापित करने में सक्षम है।
स्मृति मंधाना और प्रतीका रावल का धमाल
भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 435 रन बना दिए, जो महिला वनडे इतिहास में भारत का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है। इस स्कोर की नींव रखी ओपनर स्मृति मंधाना और प्रतीका रावल की ऐतिहासिक साझेदारी ने।
मंधाना ने मात्र 70 गेंदों में अपना शतक पूरा करते हुए भारत की सबसे तेज महिला वनडे सेंचुरी का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने 135 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 7 छक्के शामिल थे।दूसरी ओर, प्रतीका रावल ने अपने करियर की पहली वनडे सेंचुरी बनाई और 154 रन की विशाल पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 129 गेंदों का सामना करते हुए 20 चौके और 3 छक्के लगाए। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 233 रनों की साझेदारी की, जो भारतीय महिला टीम के लिए तीसरी सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रचा इतिहास
435 रनों का पीछा करने उतरी आयरलैंड की टीम शुरुआत से ही दबाव में नजर आई। भारतीय गेंदबाजों ने गेंदबाजी करते हुए आयरलैंड को मात्र 131 रनों पर समेट दिया। दीप्ति शर्मा और अन्य गेंदबाजों ने आयरलैंड के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। आयरलैंड के लिए ऑर्ला प्रेंडरगैस्ट और सारा फोर्ब्स ने चौथे विकेट के लिए 64 रन जोड़े, लेकिन जैसे ही यह साझेदारी टूटी, आयरलैंड की टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई।
इस जीत के साथ भारतीय टीम ने 304 रनों से अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की, जो आयरलैंड के खिलाफ 2017 में 249 रनों की जीत का रिकॉर्ड तोड़ने में सफल रही।