भारतीय क्रिकेट में ऋषभ पंत और संजू सैमसन (Sanju Samson) ऐसे दो नाम हैं, जिनकी तुलना अक्सर की जाती है। दोनों ही खिलाड़ी अपनी-अपनी शैली में मैच का रुख पलटने की काबिलियत रखते हैं। जब भी टीम चयन का मुद्दा आता है, तो यह सवाल जरूर खड़ा होता है कि किसे प्राथमिकता दी जाए। हाल ही में, चयनकर्ताओं ने पंत को इंग्लैंड के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुना, वहीं सैमसन को बाहर कर दिया। तो आंकड़ों के आधार पर किसको जगह मिलना सही था ।

 

ऋषभ पंत का प्रदर्शन

Rishabh Pant

ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने अब तक 31 वनडे मैचों में 871 रन बनाए हैं। उनका औसत 33.50 का है, जो वनडे क्रिकेट में एक स्थायी खिलाड़ी के लिए थोड़ा कम माना जा सकता है। हालांकि, उनका स्ट्राइक रेट 106.21 का है, जो उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली को दर्शाता है। पंत ने वनडे में एक शतक और पांच अर्धशतक भी लगाए हैं।

वनडे के अलावा, पंत टेस्ट क्रिकेट में भी अपनी छाप छोड़ चुके हैं। हालांकि, हाल के दिनों में वनडे फॉर्म को लेकर उनकी आलोचना भी हुई है। बावजूद इसके, चयनकर्ताओं ने उन्हें इंग्लैंड सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुना, जिससे उनके अनुभव और मैच फिनिशिंग क्षमताओं पर भरोसा साफ झलकता है।

 

संजू सैमसन का प्रदर्शन

Sanju Samson

संजू सैमसन (Sanju Samson) ने अब तक केवल 16 वनडे खेले हैं और 510 रन बनाए हैं। उनका औसत 56.66 का है, जो पंत के मुकाबले काफी बेहतर है। सैमसन का स्ट्राइक रेट भी 99.60 का है, जो बताता है कि वे तेज खेल सकते हैं। उन्होंने वनडे में एक शतक और तीन अर्धशतक लगाए हैं।

आंकड़ों के हिसाब से सैमसन (Sanju Samson) का औसत और स्थिरता उन्हें पंत से बेहतर साबित करते हैं। हालांकि, पंत का अनुभव और आक्रामक स्ट्राइक रेट उन्हें निर्णायक परिस्थितियों में एक अलग बढ़त देता है। दोनों ही खिलाड़ी अपनी जगह पर अद्वितीय हैं, लेकिन यह चयनकर्ताओं का फैसला था पंत को लेना सैमसन के ऊपर।

हालांकि, सैमसन (Sanju Samson) को निरंतर मौके नहीं मिले हैं। लेकिन जब मौका मिला हे उन्होंने अच्छा किया हे और उन्होंने खुद को साबित किया है। हाल ही में, विजय हजारे ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लेने के कारण शायद उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी की टीम से बाहर रखा गया।

 

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