Most Test Hundreds: टेस्ट क्रिकेट को हमेशा से बल्लेबाजों का खेल माना गया है। यह प्फॉर्मेट किसी भी खिलाड़ी के धैर्य, तकनीक और मानसिक मजबूती की सबसे कठिन परीक्षा लेता है। एक बल्लेबाज के लिए टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाना न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि होती है, बल्कि यह टीम की जीत में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कुछ महान खिलाड़ियों ने लगातार शानदार प्रदर्शन करते हुए टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा शतक लगाए और अपना नाम अमर कर दिया।

 

ये 5 बल्लेबाजों जिन्होंने इस खेल में सबसे ज्यादा शतक जड़े हैं:

 

1. सचिन तेंदुलकर (51 शतक)

Sachin Tendulkar

टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक का रिकॉर्ड भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम है। 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू करने वाले सचिन ने 24 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। उन्होंने 200 टेस्ट मैचों की 329 पारियों में 51 शतक जड़े और कुल 15,921 रन बनाए। उनका बल्लेबाजी औसत 53.78 का रहा।

सचिन की बल्लेबाजी का हर पारी अद्भुत था। कठिन पिचों पर उनका संयम, गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रुख और बड़ी पारियां खेलने की उनकी क्षमता उन्हें ‘क्रिकेट का भगवान’ बनाती है। उनके 51 शतक न केवल एक रिकॉर्ड हैं, बल्कि यह उनकी महानता और कड़ी मेहनत का प्रमाण भी हैं।

 

2. जैक कैलिस (45 शतक)

Jacques Kallis

दक्षिण अफ्रीका के महान ऑलराउंडर जैक कैलिस इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 166 टेस्ट मैचों की 280 पारियों में 45 शतक लगाए और कुल 13,289 रन बनाए। उनका बल्लेबाजी औसत 55.37 का था।

कैलिस की बल्लेबाजी तकनीक अद्भुत थी। वह हर परिस्थिति में रन बना सकते थे, चाहे वह स्विंग होती पिच हो या स्पिन का सामना करना हो। इसके अलावा, उन्होंने गेंदबाजी में भी योगदान देकर अपनी टीम के लिए मैच जिताए। कैलिस का नाम क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर्स में लिया जाता है।

 

3. रिकी पोंटिंग (41 शतक)

Ricky Ponting

ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक रिकी पोंटिंग ने 168 टेस्ट मैचों की 287 पारियों में 41 शतक लगाए। उन्होंने कुल 13,378 रन बनाए और उनका औसत 51.85 का था।

पोंटिंग अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और दबाव में शानदार प्रदर्शन के लिए मशहूर थे। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक वर्चस्व बनाए रखा। उनके 41 शतक यह साबित करते हैं कि वह न केवल एक महान बल्लेबाज थे, बल्कि बड़े मैचों में टीम की जिम्मेदारी संभालने वाले खिलाड़ी भी थे।

 

4. कुमार संगकारा (38 शतक)

Kumar Sangakkara

श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगकारा ने 134 टेस्ट मैचों की 233 पारियों में 38 शतक लगाए। उन्होंने कुल 12,400 रन बनाए और उनका औसत 57.40 का रहा।

संगकारा अपनी क्लासिक तकनीक और लंबी पारियां खेलने की क्षमता के लिए जाने जाते थे। वह अपनी बल्लेबाजी में अनुशासन और संतुलन के प्रतीक थे। उनकी पारियों ने कई बार श्रीलंका को मुश्किल परिस्थितियों से उबारा और जीत दिलाई। संगकारा का औसत यह दर्शाता है कि वह टेस्ट क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक थे।

 

5. राहुल द्रविड़ (36 शतक)

Rahul Dravid

भारत के ‘दीवार’ कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ ने 164 टेस्ट मैचों की 286 पारियों में 36 शतक लगाए। उन्होंने कुल 13,288 रन बनाए और उनका औसत 52.31 का था।

द्रविड़ को उनकी रक्षात्मक तकनीक और कठिन परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने की क्षमता के लिए जाना जाता है। वह अक्सर नई गेंद का सामना करते थे और टीम को एक स्थिर शुरुआत देते थे। द्रविड़ की पारियां यह दर्शाती हैं कि वह न केवल एक शानदार बल्लेबाज थे, बल्कि टीम के लिए हमेशा भरोसेमंद खिलाड़ी भी थे।

 

इन पांच बल्लेबाजों ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी अद्भुत बल्लेबाजी से न केवल रिकॉर्ड बनाए, बल्कि इस खेल को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनके प्रदर्शन यह साबित करते हैं कि धैर्य, तकनीक और मानसिक मजबूती टेस्ट क्रिकेट में सफलता की कुंजी हैं। सचिन तेंदुलकर के 51 शतक आज भी एक ऐसा रिकॉर्ड हैं, जिसे तोड़ना किसी भी बल्लेबाज के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होगा।

इन महान खिलाड़ियों की उपलब्धियां आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का विषय हैं। उनका योगदान यह साबित करता है कि टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाना केवल रन बनाने की बात नहीं है, बल्कि यह किसी बल्लेबाज की तकनीकी और तगड़ा मानसिकटा का प्रमाण भी है।

 

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