मुंबई और जम्मू-कश्मीर के बीच चल रहे रणजी ट्रॉफी मैच में क्रिकेट फैंस को रोहित शर्मा (Rohit Sharma) से काफी उम्मीदें थीं। बतौर भारतीय कप्तान और अनुभवी बल्लेबाज, हर किसी की नजर उनकी फॉर्म पर थी। लेकिन इस मैच में उनकी बल्लेबाजी का प्रदर्शन फैंस के लिए निराशाजनक रहा। रोहित अपने प्रदर्शन से आलोचकों को जवाब देने में फिर से नाकाम हुए, या उनकी फॉर्म का संघर्ष जारी रहा।
रोहित का संघर्ष बरकरार
पहली पारी में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के बल्ले से रन नहीं निकले। टीम को मजबूत शुरुआत देने की जिम्मेदारी के साथ उतरे रोहित महज 3 रन बनाकर 19 गेंदों में पवेलियन लौट गए। उनकी इस धीमी शुरुआत ने मुंबई टीम पर दबाव बढ़ा दिया। जम्मू-कश्मीर के गेंदबाजों ने रोहित को खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया, और उनका विकेट जल्दी गिर गया। इसके बाद जायसवाल भी कुछ अच्छा नि कर पाए थे।
दूसरी पारी में भी बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम
पहली पारी में नाकामी के बाद फैंस को उम्मीद थी कि दूसरी पारी में रोहित (Rohit Sharma) बड़ा स्कोर बनाएंगे और टीम को मजबूती देंगे। हालांकि, रोहित ने इस बार थोड़ा आक्रामक रुख अपनाया और 28 रन बनाए, लेकिन वह भी 34 गेंदों में आउट हो गए। उनकी पारी में कुछ बेहतरीन शॉट्स देखने को मिले, लेकिन वह लंबी पारी खेलने में नाकाम रहे।
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की फॉर्म को लेकर सवाल उठने लगे हैं। रणजी ट्रॉफी जैसे मंच पर भी उनकी इस तरह की परफॉर्मेंस ने आगामी सीरीज से पहले टीम मैनेजमेंट की चिंता बढ़ा दी है। क्या रोहित आने वाले मैचों में अपनी फॉर्म वापस ला पाएंगे, या उनका संघर्ष जारी रहेगा। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले रोहित को ले पकड़ना फॉर्म पे आना बहुत आवश्यक हे।