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Border-Gavaskar Trophy: जैसे ही रोहित शर्मा और विराट कोहली अपने करियर के अंतिम चरण में पहुँच रहे हैं, भारतीय टेस्ट टीम में नए खिलाड़ियों को मौका देने पर विचार हो रहा है। इनमें सबसे प्रबल दावेदारों में साई सुदर्शन और अभिमन्यु ईश्वरन का नाम शामिल है, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा है। ये दोनों खिलाड़ी भारतीय टेस्ट टीम की भविष्य की योजनाओं का हिस्सा हो सकते हैं।

1) साई सुदर्शन: भविष्य का सितारा

Sai Sudharsan
Sai Sudharsan

तमिलनाडु के बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन ने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। पिछले रणजी ट्रॉफी सीज़न में सुदर्शन ने 70 से अधिक के औसत से 600 से ज्यादा रन बनाए, जिससे उनकी तकनीकी मजबूती और निरंतरता का पता चलता है। आईपीएल में भी उन्होंने अपने शांत स्वभाव और संयम का परिचय दिया, जिससे उन्हें लंबी पारी खेलने की क्षमता वाला खिलाड़ी माना जा रहा है। उनकी यह परिपक्वता और स्कोरिंग क्षमताएँ उन्हें भारतीय टेस्ट टीम के लिए उपयुक्त विकल्प बनाती हैं।

2) अभिमन्यु ईश्वरन: धैर्य और स्थिरता का परिचय

Abhimanyu Easwaran
Abhimanyu Eshwaran

बंगाल से आने वाले 27 वर्षीय सलामी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन ने पिछले कुछ सालों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और भारतीय टेस्ट टीम में जगह पाने के लिए दरवाजा खटखटा रहे हैं। ईश्वरन ने 2023-24 रणजी ट्रॉफी में 60 से अधिक के औसत से 800 से अधिक रन बनाए, जो उनकी लंबी पारी खेलने की क्षमता और धैर्य को दर्शाता है। उनकी तकनीकी मजबूती और अनुभव उन्हें टेस्ट मैच की चुनौती के लिए एक सशक्त उम्मीदवार बनाते हैं।

इन दोनों खिलाड़ियों का भारतीय टीम में शामिल होना भविष्य में बल्लेबाजी क्रम को मजबूत कर सकता है। रोहित और कोहली के जाने के बाद, सुदर्शन और ईश्वरन जैसे युवा खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट में नए युग की शुरुआत कर सकते हैं। इनका प्रदर्शन टीम के भविष्य के लिए आशाजनक है और क्रिकेट प्रशंसक इनकी उन्नति पर नज़र बनाए हुए हैं।

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