क्रिकेट जगत में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से पहले बड़ा हलचल मच गया है। आईसीसी के एक दिग्गज अधिकारी ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों के बीच अटकलों का दौर शुरू हो गया है। इस फैसले का समय चौंकाने वाला है, क्योंकि यह बड़े टूर्नामेंट से ठीक पहले आया है। आखिर क्या वजह रही इस इस्तीफे की वो बड़ी हैरानजनक हे।
ज्योफ एलार्डिस ने दिया आईसीसी सीईओ ( icc ceo) पद से इस्तीफा
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के सीईओ ज्योफ एलार्डिस ने चैंपियंस ट्रॉफी से कुछ ही हफ्ते पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की तैयारियों की अस्पष्ट तस्वीर पेश करने में उनकी असफलता इस फैसले के पीछे की मुख्य वजहों में से एक मानी जा रही है।
57 वर्षीय एलार्डिस 2012 में ICC से जुड़े थे और नवंबर 2021 में उन्हें स्थायी रूप से सीईओ नियुक्त किया गया था। उन्होंने अपने बयान में कहा, “ICC का सीईओ बनना मेरे लिए सम्मान की बात थी। हमने क्रिकेट के वैश्विक विस्तार और आईसीसी सदस्यों के लिए मजबूत व्यावसायिक नींव तैयार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। मुझे लगता है कि यह मेरे लिए आगे बढ़ने का सही समय है।” हालांकि, उनके बयान में इस्तीफे की वास्तविक वजह का जिक्र नहीं किया गया था।
लेकिन ICC के एक शीर्ष सूत्र के अनुसार, यह फैसला अचानक नहीं हुआ बल्कि बीते कुछ महीनों से बन रही परिस्थितियों का नतीजा है। टी20 वर्ल्ड कप 2024 के आयोजन को लेकर भी आईसीसी के भीतर असंतोष था, क्योंकि अमेरिकी आयोजन स्थल की खराब स्थिति और बजट में हुई गड़बड़ियों की जांच अभी भी जारी है।
पाकिस्तान की तैयारियों पर गंभीर सवाल
ICC के लिए सबसे बड़ी चिंता यह है कि चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान में तैयारियां उम्मीद के मुताबिक नहीं हो रही हैं। कराची और रावलपिंडी के वेन्यू अभी भी आंशिक रूप से निर्माणाधीन या मरम्मत की प्रक्रिया में हैं। वहां से आई तस्वीरें कोई सकारात्मक संकेत नहीं दे रही हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) लगातार दावा कर रहा है कि वे समय पर तैयारियां पूरी कर लेंगे, लेकिन ICC इस पर पूरी तरह भरोसा करते नहीं दिख रही है। टूर्नामेंट का उद्घाटन मुकाबला 19 फरवरी को खेला जाना है, जिसमें दुनिया की
बेस्ट आठ टीमें हिस्सा लेंगी। हालांकि, भारत की सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए उसके सभी मैच दुबई में आयोजित किए जाएंगे।
एलार्डिस के इस्तीफे ने न केवल पाकिस्तान की तैयारियों पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी संकेत दिया है कि ICC के भीतर गहरी असहमति थी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ICC इस स्थिति को कैसे संभालती है और चैंपियंस ट्रॉफी की सफल मेजबानी सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।