भारतीय क्रिकेट टीम में कप्तानी को लेकर हमेशा चर्चा बनी रहती है, खासकर तब जब कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना हो। हाल ही में, रोहित शर्मा की उम्र और कार्यभार को देखते हुए यह सवाल उठ रहा है कि भविष्य में भारतीय टेस्ट टीम की कमान किसे सौंपी जा सकती है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि Jasprit Bumrah इस भूमिका के लिए एक मजबूत दावेदार हो सकते हैं।
क्यों बुमराह हो सकते हैं टेस्ट कप्तान?

Jasprit Bumrah सिर्फ एक बेहतरीन तेज़ गेंदबाज ही नहीं, बल्कि एक शानदार क्रिकेटिंग माइंड भी रखते हैं। वह मैदान पर शांत रहते हैं और मुश्किल परिस्थितियों में भी टीम को सही दिशा में ले जाने की क्षमता रखते हैं।
बुमराह ने भारत के लिए कई मुश्किल परिस्थितियों में मैच जिताए हैं। इसके अलावा, जब रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में उन्हें 2024 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कप्तानी दी गई थी, तब उन्होंने बेहतरीन नेतृत्व दिखाया था।
पारंपरिक रूप से बल्लेबाजों को कप्तानी दी जाती है, लेकिन हाल के वर्षों में तेज गेंदबाजों को भी यह मौका मिला है। उदाहरण के लिए, ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस ने अपनी कप्तानी में टीम को बड़ी सफलताएँ दिलाई हैं। ऐसे में बुमराह भी टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए एक सफल कप्तान साबित हो सकते हैं।
क्या हैं बुमराह के खिलाफ तर्क?

बुमराह भारत के मुख्य गेंदबाज हैं, और कप्तानी के साथ अतिरिक्त ज़िम्मेदारी आ सकती है, जिससे उनके प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।
कई लोग मानते हैं कि टेस्ट कप्तानी के लिए शुभमन गिल, केएल राहुल, या ऋषभ पंत जैसे बल्लेबाज बेहतर विकल्प हो सकते हैं क्योंकि वे पूरे मैच के दौरान मैदान पर रहते हैं और खेल को करीब से पढ़ सकते हैं।
अगर बीसीसीआई आने वाले समय में रोहित शर्मा के उत्तराधिकारी की तलाश करती है, तो Jasprit Bumrah एक मजबूत दावेदार हो सकते हैं। उनकी कप्तानी में सोचने-समझने की क्षमता, शांत स्वभाव और रणनीतिक दृष्टिकोण उन्हें एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं। हालांकि, उनके गेंदबाजी वर्कलोड और टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक फिटनेस बनाए रखने की चुनौती भी एक महत्वपूर्ण कारक होगी। क्या भारत पैट कमिंस की तरह एक तेज़ गेंदबाज कप्तान को मौका देगा? यह देखना दिलचस्प होगा।