Team India को एक बार फिर से अपने प्रमुख तेज गेंदबाज की चोट ने चिंता में डाल दिया है। भारतीय टीम में वापसी की राह देख रहे इस खिलाड़ी की चोट न केवल उनकी फिटनेस पर सवाल खड़े कर रही है, बल्कि आगामी टूर्नामेंट्स के लिए टीम की रणनीति पर भी प्रभाव डाल सकती है। हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान यह घटना घटी, जिसने टीम प्रबंधन को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में चोटिल हुए मोहम्मद शमी

भारतीय टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, जो लंबे समय बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के जरिए प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में लौटे थे, को शुक्रवार, 29 नवंबर को एक बार फिर से चोट का सामना करना पड़ा। यह घटना सौराष्ट्र के निरंजन शाह स्टेडियम में बंगाल और मध्य प्रदेश के बीच खेले गए मैच के दौरान हुई। मैच के 19वें ओवर में गेंदबाजी करते समय शमी गेंद रोकने की कोशिश में एक खतरनाक तरीके से गिर गए, जिसके बाद उन्होंने अपनी कमर को पकड़ा और दर्द से कराहते नजर आए।
मेडिकल टीम, जिसमें सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के प्रमुख नितिन पटेल शामिल थे, तुरंत मैदान पर पहुंची और शमी की स्थिति का जायजा लिया। हालांकि, प्राथमिक उपचार के बाद शमी ने ओवर पूरा किया, लेकिन उनकी तकलीफ साफ दिखाई दे रही थी।

कमबैक के बाद मिला मिला-जुला प्रदर्शन

शमी ने अपने कमबैक मैच में पंजाब के खिलाफ निराशाजनक प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने 46 रन दिए और केवल एक विकेट लिया। हालांकि, हैदराबाद के खिलाफ अगले मैच में उन्होंने शानदार वापसी की और 3/21 के आंकड़े दर्ज किए। इसके बावजूद, मिजोरम के खिलाफ उनकी लय फिर से बिगड़ गई और उन्होंने बिना विकेट लिए 46 रन खर्च कर दिए।
मध्य प्रदेश के खिलाफ आखिरी मुकाबले में भी शमी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उन्होंने 4 ओवर में 38 रन दिए और एक भी विकेट नहीं ले पाए। बंगाल यह मुकाबला 6 विकेट से हार गए.

शमी की चोट और inconsistent फॉर्म टीम इंडिया और बंगाल क्रिकेट दोनों के लिए बड़ी चिंता का विषय है। मेडिकल टीम ने उनकी रिकवरी पर करीबी नजर बनाए रखी है, लेकिन उनकी चोट भारतीय टीम में वापसी की राह मुश्किल बना सकती है। आगामी बड़े टूर्नामेंट्स के लिए शमी का फिट होना बेहद महत्वपूर्ण है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह किस तरह से वापसी करते हैं।

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