Captain  :बीसीसीआई, जो हमेशा भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए रणनीतियां बनाता है, अब एक नई योजना पर काम कर रहा है। अगर रिपोर्ट्स सही साबित होती हैं, तो चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के बाद टीम इंडिया तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तानों (captain) के नेतृत्व में खेलेगी। यह कदम भारतीय क्रिकेट के भविष्य को नई दिशा देने का प्रयास है।

तीन फॉर्मेट पे तीन अलग Captain

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चैंपियंस ट्रॉफी के बाद बीसीसीआई का फोकस भारतीय क्रिकेट को आधुनिक क्रिकेट के अनुसार ढालने का है। तीनों फॉर्मेट की अलग-अलग जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई ने तीन नए कप्तानों (captain) की नियुक्ति पर विचार किया है। इसके पीछे का उद्देश्य है कि प्रत्येक कप्तान (captain) अपनी जिम्मेदारी और फॉर्मेट पर पूरा ध्यान केंद्रित कर सके।सूर्यकुमार यादव को सौंपी जाएगी टी20 की कमान

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Suryakumar Yadav

टी20 फॉर्मेट के लिए सूर्यकुमार यादव का नाम सबसे आगे है। ‘Mr. 360’ के नाम से मशहूर सूर्यकुमार यादव का आक्रामक खेल और लीडरशिप क्वालिटी उन्हें इस भूमिका के लिए परफेक्ट बनाता है। सूर्यकुमार की कप्तानी में भारतीय टीम को टी20 में नई ऊर्जा और आक्रामकता मिलने की उम्मीद है।

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जसप्रीत बुमराह होंगे टेस्ट टीम के Captain

Jasprit Bumrah
Jasprit Bumrah

टेस्ट क्रिकेट के लिए जसप्रीत बुमराह को जिम्मेदारी दी जा सकती है। बुमराह की शांति और फोकस उन्हें टेस्ट क्रिकेट का आदर्श कप्तान (captain) बनाता है। चोट से वापसी के बाद बुमराह को नेत्तृत्व मिलजाएगा। वह टीम के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं ये बताने की जरूरत नहीं । उनकी कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम का लक्ष्य होगा घरेलू और विदेशी सरजमीं पर दबदबा कायम रखना।

हार्दिक पांड्या संभालेंगे वनडे की कमान

Hardik Pandya

वनडे क्रिकेट के लिए हार्दिक पांड्या को कप्तानी दी जा सकती है। हार्दिक ने पहले ही टी20 कप्तान (captain) के रूप में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया है। उनकी लीडरशिप में भारतीय टीम ने कई यादगार जीत दर्ज की हैं। बीसीसीआई को उम्मीद है कि वह वनडे में भी अपनी कप्तानी से टीम को सफलता की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।

नई रणनीति से क्या मिलेगा भारतीय क्रिकेट को फायदा?

बीसीसीआई का यह कदम आधुनिक क्रिकेट के बदलते स्वरूप को देखते हुए उठाया गया है। अलग-अलग कप्तानों के साथ टीम को न केवल फॉर्मेट के अनुसार बेहतर रणनीतियां बनाने का मौका मिलेगा, बल्कि खिलाड़ियों पर से अतिरिक्त दबाव भी कम होगा। अब देखना होगा कि चैंपियंस ट्रॉफी के बाद यह योजना कब और कैसे एक्जीक्यूट करते हैं।

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