Ajinkya Rahane
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Ajinkya Rahane ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 में अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया है। मुंबई के इस अनुभवी बल्लेबाज ने 7 पारियों में 170 की बेहतरीन स्ट्राइक रेट से 432 रन बनाए हैं, जिससे मुंबई को फाइनल तक पहुँचने में मदद मिली। बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में बरोड़ा के खिलाफ सेमीफाइनल में रहाणे ने 56 गेंदों में 98 रन की तूफानी पारी खेली, जिसमें 11 चौके और 5 छक्के शामिल थे। उनकी यह पारी दर्शाती है कि वह टी20 क्रिकेट में भी बड़ी पारियां खेलने का माद्दा रखते हैं। हालांकि, उनका यह प्रदर्शन किसी टीम या रणनीति की वजह से और भी खास बन गया है, जो उन्होंने खुद जाहिर किया।

आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स ने बदला रहाणे का खेल

Ajinkya Rahane
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Ajinkya Rahane ने अपने हालिया फॉर्म और बदले हुए खेल का श्रेय मुंबई या भारतीय टीम को नहीं, बल्कि आईपीएल फ्रेंचाइज़ी चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को दिया। उन्होंने बताया कि सीएसके ने उन्हें खुलकर खेलने का मौका दिया और आत्मविश्वास से भर दिया। उन्होंने कहा, “सीएसके में मेरे लिए संदेश बिल्कुल साफ था – जाओ और अपना नैचुरल खेल खेलो। मुझे किसी एंकर की भूमिका निभाने की ज़रूरत नहीं थी। जबकि, अन्य टीमों में मुझे 15-16 ओवर तक टिके रहने की भूमिका दी जाती थी, जिससे मेरा स्ट्राइक रेट 120-130 के आसपास रहता था। लेकिन सीएसके ने मुझे मेरे आक्रामक खेल को निखारने का मौका दिया।”

चेन्नई सुपर किंग्स ने न केवल रहाणे ( Ajinkya Rahane ) के खेल को नई दिशा दी, बल्कि उन्हें मानसिक तौर पर भी मजबूत बनाया। रहाणे ( Ajinkya Rahane ) ने बताया कि राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते समय उनकी भूमिका टीम के इर्द-गिर्द खेलने की होती थी, जिससे उनका टी20 खेल सीमित हो जाता था। लेकिन सीएसके में उन्होंने वही आक्रामक खेल दिखाया, जिसे उन्होंने रणजी ट्रॉफी के शुरुआती दिनों में अपनाया था।

Ajinkya Rahane का सपना अंतरराष्ट्रीय पे वापसी

Ajinkya Rahane के लिए सीएसके का अनुभव एक प्रेरणा बन गया है। उन्होंने स्वीकार किया कि सीएसके के मंच ने उन्हें न केवल टी20 में बेहतर बनाया, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाया। हालांकि, उनका सपना अभी भी भारतीय टीम में वापसी का है। उन्होंने कहा, “मेरे अंदर अभी भी भारतीय टीम के लिए खेलने का जुनून और आग जिंदा है। मैं संतुष्ट नहीं होना चाहता। मुझे हर मैच से कुछ नया सीखना है और लगातार बेहतर होना है।”
सीएसके ने कई खिलाड़ियों के करियर को नई दिशा दी है और रहाणे इसका एक बेहतरीन उदाहरण हैं। यह टीम सही मायनों में खिलाड़ियों के पुनरुद्धार और नई शुरुआत का प्रतीक है।

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