मुंबई और विदर्भ के बीच बुधवार को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में रोमांच की पराकाष्ठा देखने को मिली। आलूर में हुए इस मैच में क्रिकेट प्रेमियों को एक हाई-स्कोरिंग मैच का गवाह बनने का मौका मिला। विदर्भ ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया और मुंबई के सामने बड़ा लक्ष्य रखा। लेकिन मुंबई के बल्लेबाजों ने अपनी ताकत और अनुभव का प्रदर्शन करते हुए क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जोड़ा।

 

रहाणे की आतिशी पारी ने बदला खेल

Ajinkya Rahane

मुंबई के लिए लक्ष्य आसान नहीं था, लेकिन कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की आंधी जैसी पारी ने इसे मुमकिन बना दिया। रहाणे ने केवल 36 गेंदों में 85 रनों की तूफानी पारी खेली, जिसमें 9 चौके और 3 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। उनकी इस पारी ने विदर्भ के गेंदबाजों को बैकफुट पर धकेल दिया। रहाणे के साथ पृथ्वी शॉ ने भी तेजी से 26 गेंदों में 49 रन बनाए, जिससे मुंबई की शुरुआत बेहतरीन रही।

रहाणे (Ajinkya Rahane) के आउट होने के बाद, शिवम दुबे और आयुष शेडगे ने जिम्मेदारी संभाली। दुबे ने 22 गेंदों में 37 रनों की उपयोगी पारी खेली, जबकि शेडगे ने महज 12 गेंदों में 36 रन बनाकर मैच का रुख पूरी तरह से मुंबई के पक्ष में कर दिया।

 

विदर्भ का संघर्ष और ऐतिहासिक रन चेज

Ajinkya Rahane

पहले बल्लेबाजी करते हुए विदर्भ ने 20 ओवरों में 221/6 का मजबूत स्कोर बनाया। शुभम दुबे ने 19 गेंदों में 43 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें तीन छक्के शामिल थे। इसके अलावा मंदार महाले ने भी अंत में 13 रनों का योगदान दिया। हालांकि, विदर्भ का यह प्रदर्शन मुंबई के बल्लेबाजों के सामने फीका पड़ गया। खासकर अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की पारी.

मुंबई ने 224 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के इतिहास का सबसे बड़ा रन चेज़ कर रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले 2022 में हिमाचल प्रदेश ने बंगाल के खिलाफ 200 रनों का लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किया था। इस जीत के साथ मुंबई अब सेमीफाइनल में बारोडा से भिड़ेगी।

 

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