मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी के ग्रुप चरण के आखिरी मैच में उत्तर प्रदेश और झारखंड के बीच एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। दोनों टीमों के लिए यह मुकाबला करो या मरो जैसा था, जिसमें जीत ही अगली स्टेज का रास्ता तय कर सकती थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए यूपी ने झारखंड के सामने एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा। लेकिन असली कहानी तब शुरू हुई जब भुवनेश्वर कुमार ने गेंदबाजी में कमाल दिखाया।

हैट्रिक से बदला मैच का रुख

उत्तर प्रदेश के कप्तान Bhuvneshwar Kumar ने अपने टी20 करियर की पहली हैट्रिक लेकर झारखंड के खिलाफ मैच का पासा पलट दिया। 34 वर्षीय भुवनेश्वर ने पारी के 17वें ओवर में झारखंड के तीन महत्वपूर्ण बल्लेबाजों – रॉबिन मिंज, बाल कृष्ण और विवेक आनंद तिवारी – को लगातार गेंदों पर आउट कर हैट्रिक पूरी की। यह ओवर झारखंड के लिए घातक साबित हुआ क्योंकि उनके बल्लेबाज भुवनेश्वर की स्विंग और सटीकता के आगे टिक नहीं सके। भुवनेश्वर ने 4 ओवर में मात्र 6 रन देकर 3 विकेट झटके, जो मैच का निर्णायक पल साबित हुआ।

Bhuvneshwar Kumar का धमाकेदार प्रदर्शन

इससे पहले यूपी की बल्लेबाजी में रिंकू सिंह ने 28 गेंदों पर 45 रन की पारी खेलते हुए टीम को 160 रनों तक पहुंचाया। प्रियम गर्ग और समीर रिवजी ने भी अहम योगदान दिया। भुवनेश्वर ने बल्ले से भी योगदान देते हुए 4 गेंदों पर नाबाद 8 रन बनाए। वहीं, झारखंड के लिए बाल कृष्ण ने 3 विकेट झटके। हालांकि, उनके गेंदबाजी प्रदर्शन का फायदा उनकी टीम को नहीं मिल सका।

Bhuvneshwar Kumar का यह प्रदर्शन उनकी बेहतरीन फॉर्म का संकेत है। इस टूर्नामेंट में उन्होंने 181 विकेट लेकर सबसे सफल सीम गेंदबाज होने का खिताब हासिल किया। हाल ही में आईपीएल 2025 मेगा नीलामी में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने उन्हें 10.75 करोड़ रुपये में खरीदा। भुवनेश्वर ने साबित कर दिया कि वह अब भी बड़े मंचों पर टीम के लिए गेम-चेंजर बन सकते हैं।

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