Ravichandran Ashwin :- भारतीय क्रिकेट के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ( Ravichandran Ashwin ) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा में खेले गए तीसरे टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। उनके इस फैसले ने फैंस, क्रिकेट विशेषज्ञों और यहां तक कि टीम के खिलाड़ियों को भी हैरान कर दिया। अश्विन ( Ravichandran Ashwin ) के इस अप्रत्याशित संन्यास की खबर तब सामने आई जब वह प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए और अपने करियर को विराम देने की बात कही। हालांकि, इस खबर से सबसे ज्यादा हैरान उनके साथी और भारत के स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा हुए।
“मुझे भनक तक नहीं लगी” – रविंद्र जडेजा
रविंद्र जडेजा ने खुलासा किया कि उन्हें अश्विन के संन्यास के बारे में महज पांच मिनट पहले पता चला था। जडेजा ने कहा, “मैंने यह खबर प्रेस कॉन्फ्रेंस से ठीक पांच मिनट पहले सुनी। हम पूरा दिन साथ में थे, लेकिन अश्विन ( Ravichandran Ashwin ) ने एक बार भी इसका जिक्र नहीं किया। यह मेरे लिए चौंकाने वाला था। हम सभी जानते हैं कि अश्विन का दिमाग कैसे काम करता है।”
जडेजा और अश्विन भारतीय टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाजी जोड़ी में से एक रहे हैं। इन दोनों ने मिलकर 58 टेस्ट खेले और 587 विकेट चटकाए। उन्होंने अनिल कुंबले और हरभजन सिंह की जोड़ी (501 विकेट) को पीछे छोड़ दिया।
मैदान पर साथी और मेंटर थे अश्विन
जडेजा ने अश्विन ( Ravichandran Ashwin ) के साथ अपने मैदान पर बिताए समय को याद करते हुए कहा, “अश्विन मेरे लिए ऑन-फील्ड मेंटर थे। हमने कई सालों तक एक साथ क्रिकेट खेला है। हम मैदान पर एक-दूसरे से लगातार बात करते रहते थे, बल्लेबाजों की रणनीति और मैच की परिस्थितियों को समझते थे। मैं इस चीज को बहुत मिस करूंगा।”
उन्होंने कहा, “हर खिलाड़ी की जगह कोई न कोई लेता है। भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। हम आगे बढ़ेंगे और कोई और इस अवसर का लाभ उठाएगा।”
जडेजा ने आगे कहा कि अश्विन ( Ravichandran Ashwin ) का विकल्प मिलना आसान नहीं होगा, लेकिन भारतीय टीम के पास हमेशा अच्छे स्पिन गेंदबाज आते रहे हैं। “हमें उम्मीद है कि हमें अश्विन जैसा ऑलराउंडर और स्पिनर मिलेगा। हालांकि, भारत में किसी खिलाड़ी का विकल्प मिलना असंभव नहीं है। यह युवा खिलाड़ियों के लिए सुनहरा मौका है।”
जडेजा ने यह भी कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप में स्पिनरों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। “विदेशों में स्पिनर सहायक भूमिका में होते हैं, लेकिन भारत में स्पिन गेंदबाजों को ही मुख्य भूमिका निभानी पड़ती है। मैं अपनी भूमिका को अच्छी तरह समझता हूं और इसके लिए तैयार हूं।”