आईसीसी अवॉर्ड्स (ICC Awards) क्रिकेट जगत में सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माने जाते हैं, जो खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन को सराहने के लिए दिए जाते हैं। इनमें “आईसीसी इमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर” अवॉर्ड युवा प्रतिभाओं के लिए खास महत्व रखता है। यह पुरस्कार उन खिलाड़ियों को दिया जाता है जिन्होंने अपने शुरुआती करियर में शानदार प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा।
अब तक केवल तीन भारतीय खिलाड़ियों ने इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड को अपने नाम किया है।
1. इरफान पठान (2004)
आईसीसी इमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड (ICC Awards) की शुरुआत 2004 में हुई, और पहले विजेता बने भारत के इरफान पठान। उस साल इरफान ने अपनी स्विंग गेंदबाजी और ऑलराउंड खेल से क्रिकेट जगत में धमाका कर दिया।
टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 4 मैचों में 24 विकेट झटके, जिसमें उनकी गेंदबाजी का औसत महज 12.91 था। बल्लेबाजी में भी उन्होंने 64.25 की औसत से 257 रन बनाए। वनडे में उन्होंने 10 मैच खेलते हुए 12 विकेट लिए और 210 रन भी बनाए। उनकी शानदार गेंदबाजी और ऑलराउंड खेल ने उन्हें इस पुरस्कार का हकदार बनाया।
2. चेतेश्वर पुजारा (2013)
2013 में चेतेश्वर पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी क्लासिकल तकनीक और स्थिरता से सबको प्रभावित किया। उन्होंने उस साल 5 टेस्ट मैचों में 483 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 80.15 रहा। इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 204 रनों की नाबाद पारी खेली, जो उनकी बैटिंग क्लास का उदाहरण था। पुजारा के संयम और तकनीकी कौशल ने उन्हें इस अवॉर्ड को जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बनाया।
3. ऋषभ पंत (2018)
2018 में ऋषभ पंत ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से खास पहचान बनाई। उन्होंने 14 मैचों में 537 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 38.4 रहा। इस दौरान उन्होंने इंग्लैंड में 114 रनों की शानदार शतक लगाई। पंत की आक्रामकता और मैच बदलने की काबिलियत ने उन्हें इस अवॉर्ड (ICC Awards) का विजेता बनाया।
ये तीनों खिलाड़ी न केवल अपने-अपने समय में भारत के लिए गेम-चेंजर साबित हुए बल्कि उन्होंने यह भी दिखाया कि भारतीय क्रिकेट में युवा प्रतिभा का भविष्य उज्ज्वल है।
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