अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के आयोजनों में अंपायरों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि वे खेल के नियमों का पालन सुनिश्चित करते हैं और मैच को निष्पक्ष रूप से संचालित करते हैं। उनकी इस जिम्मेदारी के लिए उन्हें आकर्षक वेतन और अन्य लाभ प्रदान किए जाते हैं।
आईसीसी अंपायरों का वेतन संरचना (ICC Umpires Salary)

आईसीसी अपने अंपायरों को दो मुख्य श्रेणियों में विभाजित करता है: एलीट पैनल अंपायर और इंटरनेशनल पैनल अंपायर। एलीट पैनल अंपायरों को सबसे अनुभवी और कुशल अंपायरों में गिना जाता है, और उन्हें उच्चतम वेतन मिलता है। इन अंपायरों को सालाना $45,000 (लगभग 31,63,117 रुपये) का स्थायी वेतन मिलता है। इसके अलावा, प्रति टेस्ट मैच $3,000 (लगभग 2,10,874 रुपये), वनडे मैच के लिए $2,200 (लगभग 1,54,641 रुपये) और टी20 मैच के लिए $1,000 (लगभग 70,291 रुपये) का भुगतान किया जाता है।
भारतीय अंपायरों की स्थिति

भारत में, बीसीसीआई (BCCI) अपने अंपायरों को ग्रेड के आधार पर भुगतान करता है। ग्रेड ‘ए’ अंपायरों को प्रति प्रथम श्रेणी मैच प्रतिदिन 40,000 रुपये मिलते हैं, जबकि ग्रेड ‘बी’ अंपायरों को 30,000 रुपये प्रतिदिन का भुगतान किया जाता है। यदि कोई भारतीय अंपायर आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल होता है, तो उसकी सालाना सैलरी 75 लाख रुपये से अधिक हो सकती है, और प्रति मैच 1.50 लाख से 2.20 लाख रुपये तक की फीस मिलती है।
अन्य लाभ और सुविधाएँ

वेतन के अलावा, अंपायरों को यात्रा व्यय, आवास, और भोजन जैसी सुविधाएँ भी प्रदान की जाती हैं। उन्हें मैच के दौरान उच्च स्तरीय होटल में ठहराया जाता है, और यात्रा के लिए बिजनेस क्लास की सुविधा मिलती है। इसके अलावा, अंपायरों को मैच से पहले और बाद में प्रशिक्षण और कार्यशालाओं में भाग लेने का अवसर मिलता है, जिससे वे अपने कौशल को और निखार सकते हैं।
आईसीसी अंपायरों का वेतन (ICC Umpires Salary) उनकी जिम्मेदारियों और अनुभव के अनुसार निर्धारित किया जाता है, जो खेल की निष्पक्षता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को प्रतिबिंबित करता है।