IND vs AUS :भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे चौथे टेस्ट के दूसरे दिन एक ऐसा वाकया हुआ जिसने सभी का ध्यान खींचा। युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल अपने शानदार फॉर्म में थे और एक बेहतरीन पारी खेल रहे थे, लेकिन अचानक एक रनआउट ने सबको चौंका दिया। इस रनआउट को लेकर क्रिकेट जगत में काफी चर्चा हुई, लेकिन सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरीं इरफान पठान और संजय मांजरेकर की बहस ने। दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के बीच लाइव शो के दौरान इस घटना को लेकर गरमागरम बहस देखने को मिली।
IND vs AUS :रनआउट का पूरा घटनाक्रम
दूसरे दिन के तीसरे सत्र में जब भारत की पारी संभल रही थी, तब यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली के बीच 102 रनों की साझेदारी हो चुकी थी। लेकिन 41वें ओवर की आखिरी गेंद पर सब कुछ बदल गया। स्कॉट बोलैंड की फुल लेंथ गेंद को जायसवाल ने मिड-ऑन की दिशा में खेला और तुरंत रन के लिए कॉल किया। हालांकि, नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़े विराट कोहली ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। कोहली ने फील्डर की ओर देखा और दौड़ने से मना कर दिया, लेकिन तब तक जायसवाल लगभग दूसरे छोर तक पहुंच चुके थे। पैट कमिंस ने गेंद को तेजी से फेंका और एलेक्स कैरी ने स्टंप्स उखाड़ दिए। इस तरह जायसवाल 82 रन पर आउट हो गए और उनके शतक का सपना अधूरा रह गया।
इरफान पठान और संजय मांजरेकर के बीच बहस
इस रनआउट के बाद स्टार स्पोर्ट्स के लाइव शो में इरफान पठान और संजय मांजरेकर के बीच तीखी बहस हो गई। इरफान ने कोहली की गलती पर जोर देते हुए कहा कि सीनियर खिलाड़ी को इस तरह की गलतियों से बचना चाहिए। पठान का मानना था कि जायसवाल की पारी शानदार चल रही थी और इस रनआउट के लिए कोहली को ज्यादा जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
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— Harsh 17 (@harsh03443) December 27, 2024
वहीं, संजय मांजरेकर ने इस पर सहमति नहीं जताई। मांजरेकर ने कहा कि यह पूरी तरह से जायसवाल की गलती थी क्योंकि कॉल करने की जिम्मेदारी स्ट्राइकर की होती है। मांजरेकर का तर्क था कि युवा बल्लेबाज को इस तरह की जल्दबाजी से बचना चाहिए और विराट कोहली ने सही फैसला लिया। हालांकि, इस बहस के बीच जायसवाल की पारी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
उन्होंने 117 गेंदों में 82 रन बनाए, जिसमें 11 चौके और 1 छक्का शामिल था। जायसवाल ने नाथन लायन और मिशेल मार्श के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाजी की और अपनी टीम को संकट से बाहर निकाला। लेकिन इस दुर्भाग्यपूर्ण रनआउट ने उनकी शतकीय पारी को अधूरा छोड़ दिया। भारत के लिए यह झटका था, लेकिन जायसवाल की यह पारी क्रिकेट प्रशंसकों के दिलों में हमेशा याद रहेगी।