IND vs NZ: न्यूजीलैंड ने भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए भारत को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से हराया। मुंबई में खेले गए तीसरे और अंतिम टेस्ट में न्यूजीलैंड ने भारत को 25 रनों से पराजित कर इस ऐतिहासिक जीत को हासिल किया। यह हार भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि भारत ने अपने घरेलू मैदान पर 2012 से लेकर इस साल अक्टूबर तक लगातार 18 टेस्ट सीरीज जीती थीं। न्यूजीलैंड की यह जीत भारतीय टीम की ताकत को चुनौती देती है और घरेलू मैदान पर भी भारतीय टीम को पराजय का स्वाद चखना पड़ा है।
रिशभ पंत की वीरतापूर्ण पारी भी गई बेकार
IND vs NZ तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन, जब भारत मुश्किल स्थिति में था, रिशभ पंत ने अपने आक्रामक खेल से टीम के लिए उम्मीदें जगाईं। पंत की साहसी बल्लेबाजी ने कुछ समय के लिए ऐसा महसूस कराया कि भारत इस चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को हासिल कर सकता है। उन्होंने रन गति बढ़ाने का प्रयास किया और टीम को जीत की तरफ ले जाने की कोशिश की। लेकिन उनकी पारी न्यूजीलैंड के गेंदबाज एजाज पटेल की उम्दा गेंदबाजी के आगे टिक नहीं पाई। एजाज ने भारतीय बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया और टीम को पारी संभालने का मौका नहीं दिया।
रोहित शर्मा की कप्तानी पर उठे सवाल
इस सीरीज में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) का प्रदर्शन और कप्तानी दोनों अपेक्षाओं से नीचे रहे। IND vs NZ सीरीज समाप्त होने के बाद रोहित ने हार को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी, उन्होंने माना कि टीम ने अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया। उन्होंने कहा, “किसी भी सीरीज में हारना कठिन होता है, लेकिन इस बार हमने कई गलतियां कीं, जिसे हमें स्वीकार करना होगा। न्यूजीलैंड ने हमसे बेहतर खेल दिखाया और हमें इस हार से सीख लेनी होगी।”
रोहित ने यह भी स्वीकार किया कि टीम की बल्लेबाजी कमजोर रही। खासतौर से पहली पारी में पर्याप्त रन नहीं बन पाए, जिससे हम शुरुआत से ही मैच में पीछे हो गए। कप्तान ने अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन को लेकर भी निराशा जताई और कहा, “इस सीरीज में मैं अपनी बल्लेबाजी और कप्तानी से संतुष्ट नहीं हूं। पंत, जायसवाल और गिल जैसे युवा खिलाड़ियों ने साहस दिखाया, लेकिन सामूहिक प्रयास की कमी से हम यह सीरीज हार गए।”
इस हार से भारतीय टीम को आगामी सीरीज में आत्ममंथन और सुधार की आवश्यकता है।