Washington Sundar: भारतीय क्रिकेट टीम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए कुछ चौंकाने वाले बदलाव करने के लिए तैयार है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही इस सीरीज का यह चौथा टेस्ट 26 दिसंबर से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेला जाएगा। यह मैच भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, और टीम मैनेजमेंट किसी भी कीमत पर जीत हासिल करना चाहता है। इसी वजह से प्लेइंग इलेवन में कुछ नए नाम शामिल किए जा सकते हैं, जबकि कुछ खिलाड़ियों को बाहर बैठना पड़ सकता है।
नितीश कुमार रेड्डी की जगह Washington Sundar को मिलेगा मौका
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इस टेस्ट में सलामी बल्लेबाज के रूप में वापसी करेंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया के एक पत्रकार ने दावा किया है कि रोहित शर्मा इस टेस्ट में यशस्वी जायसवाल के साथ पारी की शुरुआत करेंगे। इसके अलावा, रविंद्र जडेजा का खेलना लगभग तय है, लेकिन नितीश कुमार रेड्डी को इस मुकाबले में जगह मिलना मुश्किल है। उनकी जगह टीम में वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) को शामिल किया जा सकता है।
सूत्रों का मानना है कि मेलबर्न की पिच स्पिनरों के लिए मददगार हो सकती है, और इसी वजह से सुंदर को मौका देने पर विचार किया जा रहा है। केएल राहुल को नंबर 3 पर खिलाने की योजना है, जिससे शुभमन गिल के लिए जगह बनाना टीम मैनेजमेंट के लिए एक चुनौती बन सकता है।
नितीश कुमार रेड्डी का प्रदर्शन रहा शानदार
नितीश कुमार रेड्डी ने इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया है। वह अब तक 5 पारियों में 179 रन बनाकर चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उनका औसत 44 से अधिक है और स्ट्राइक रेट 72 के करीब रहा है। इसके अलावा, उन्होंने अब तक 27 ओवरों में 3 विकेट भी लिए हैं। इस कठिन दौरे पर रेड्डी ने भारतीय टीम के लिए दो बार संकटमोचक की भूमिका निभाई है।
ऐसे में रेड्डी को बाहर करना कई प्रशंसकों को निराश कर सकता है। हालांकि, टीम मैनेजमेंट का मानना है कि सुंदर (Washington Sundar) की स्पिन गेंदबाजी मेलबर्न की परिस्थितियों में रेड्डी से ज्यादा प्रभावी साबित हो सकती है।भले ही इस फैसले पर कई लोगों ने सवाल उठाए हों, लेकिन यह रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट की रणनीति का हिस्सा हो सकता है। सुंदर (Washington Sundar) के शामिल होने से भारतीय टीम को एक अतिरिक्त स्पिन विकल्प मिलेगा, जिससे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर दबाव बनाया जा सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि रोहित इस रणनीति को मैदान पर कैसे अमल में लाते हैं और क्या यह फैसला भारत को जीत दिलाने में सफल होता है।