चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन पर संकट के बादल गहराते जा रहे हैं। हाल ही में श्रीलंका ए टीम ने पाकिस्तान दौरे के आखिरी दो वनडे मैच खेलने से इनकार कर दिया है। इसके पीछे इस्लामाबाद में चल रहे राजनीतिक प्रदर्शनों को कारण बताया गया है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के समर्थकों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के कारण सुरक्षा स्थिति अस्थिर हो गई है। इसके चलते श्रीलंका ए और पाकिस्तान शाहीन के बीच बाकी बचे दो वनडे मैचों को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
Champions Trophy के आयोजन पर सवाल
यह स्थिति चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन के लिए गंभीर चुनौती खड़ी कर रही है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) द्वारा आईसीसी को साझा किए गए शेड्यूल के मुताबिक, चैंपियंस ट्रॉफी के सभी मुकाबले कराची, लाहौर और रावलपिंडी में खेले जाने हैं। इनमें रावलपिंडी वह स्थान है, जहां श्रीलंका ए और पाकिस्तान शाहीन के तीनों मैच होने थे। मौजूदा हालात को देखते हुए यह सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या PCB आगामी टूर्नामेंट के लिए सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएगा।
भारत और अन्य टीमों का पाकिस्तान जाने से इनकार
भारत ने पहले ही सुरक्षा चिंताओं के चलते पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया है। इस बीच, अन्य टीमों के बोर्ड भी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो सकते हैं। यदि स्थिति सामान्य नहीं होती, तो चैंपियंस ट्रॉफी को या तो स्थगित करना पड़ेगा या किसी अन्य देश में स्थानांतरित करना होगा। इस समस्या ने PCB के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी का मौका पाकिस्तान के लिए ऐतिहासिक है। लेकिन राजनीतिक अस्थिरता के कारण वहां क्रिकेट फैंस सड़कों पर उतर आए हैं और PCB से मांग कर रहे हैं कि वे स्थिति को नियंत्रित करें। लोगों का मानना है कि यह मौका पाकिस्तान के क्रिकेट के लिए एक नई पहचान बनाने का है, और इसे गंवाना देश के खेल के भविष्य पर बड़ा असर डाल सकता है।
आने वाले दिनों में आईसीसी और PCB के फैसले से यह तय होगा कि चैंपियंस ट्रॉफी का भविष्य क्या होगा।