Ranji Trophy के इस सीज़न में हरियाणा और केरल के बीच खेले गए मैच में हरियाणा के गेंदबाज अंशुल कम्बोज ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। चौधरी बंसीलाल स्टेडियम, लाहली में खेले गए इस मुकाबले में अंशुल ने एक ही पारी में 10 विकेट लेकर रणजी ट्रॉफी में एक नया रिकॉर्ड बनाया। अंशुल मुंबई इंडियंस के लिए भी खेल चुके हैं और घरेलू क्रिकेट में उनकी यह उपलब्धि शानदार मानी जा रही है।
अंशुल का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन
हरियाणा और केरल के बीच इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए केरल की टीम ने 291 रन बनाए। लेकिन केरल की यह पारी अंशुल कम्बोज के आक्रामक गेंदबाजी प्रदर्शन के आगे टिक नहीं सकी। तीसरे दिन की शुरुआत से ही अंशुल ने शानदार गेंदबाजी करते हुए केरल के बल्लेबाजों को एक-एक कर पवेलियन भेजा। इस दौरान उन्होंने केरल के चार बल्लेबाजों को अर्धशतक बनाने के बावजूद आउट किया। उन्होंने आखिरी ओवर में लगातार दो विकेट लेकर 10 विकेट पूरे किए और केरल की टीम को 291 रनों पर समेट दिया।
अंशुल कम्बोज ने इस मैच में केवल 30.1 ओवर में 49 रन देकर 10 विकेट लिए। उन्होंने इस पारी में न केवल केरल के बल्लेबाजों को कठिनाई में डाला बल्कि अपने करियर में 50 प्रथम श्रेणी विकेट भी पूरे किए। यह उपलब्धि उन्होंने अपने 19वें मैच में हासिल की। अंशुल का यह प्रदर्शन रणजी ट्रॉफी में एक यादगार क्षण बन गया है, जो क्रिकेट प्रेमियों को लंबे समय तक याद रहेगा।
38 साल बाद दोहराया गया खास रिकॉर्ड
रणजी ट्रॉफी में 10 विकेट लेने का यह रिकॉर्ड पिछले 38 साल बाद फिर से देखने को मिला है। इससे पहले राजस्थान के प्रदीप सुंदरम ने 1985-86 के सीज़न में विदर्भ के खिलाफ 10 विकेट लिए थे। उससे भी पहले, बंगाल के प्रेमांग्सु मोहं चटर्जी ने 1956-57 सीजन में यह कारनामा किया था। अंशुल कम्बोज रणजी ट्रॉफी में ऐसा करने वाले तीसरे गेंदबाज बन गए हैं|
अंशुल कम्बोज का यह प्रदर्शन न केवल हरियाणा बल्कि भारतीय क्रिकेट में भी उनके लिए नई संभावनाओं के दरवाजे खोल सकता है। मुंबई इंडियंस के लिए खेल चुके अंशुल का यह रिकॉर्ड उन्हें आगामी आईपीएल और अन्य बड़े टूर्नामेंट्स में एक बेहतर विकल्प के रूप में प्रस्तुत करता है।