Ravichandran Ashwin
Ravichandran Ashwin

Ravichandran Ashwin :- भारतीय क्रिकेट के दिग्गज रविचंद्रन अश्विन ( Ravichandran Ashwin ) ने अपने 15 साल के शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर को हाल ही में समाप्त कर दिया। टेस्ट क्रिकेट में अश्विन ने खुद को न केवल भारतीय बल्कि विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े मैच विजेताओं में से एक के रूप में स्थापित किया। 537 विकेटों के साथ अश्विन का नाम सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों की सूची में शामिल है। अपने अनोखे स्ट्राइक रेट और औसत के साथ, अश्विन ने कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। लेकिन उनके करियर की कुछ उपलब्धियां ऐसी भी हैं, जो उन्हें और भी खास बनाती हैं।

अश्विन ने पिता और बेटे दोनों को किया आउट

Shivnarine Chanderpaul with son Tagenarine Chanderpaul
Shivnarine Chanderpaul with son Tagenarine Chanderpaul

रविचंद्रन अश्विन ( Ravichandran Ashwin ) ने अपने करियर में कई दुर्लभ कारनामे किए हैं, जिनमें से एक है एक ही परिवार के पिता और बेटे दोनों को आउट करना। यह असाधारण उपलब्धि उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ हासिल की। 2023 में डोमिनिका में खेले गए टेस्ट मैच में अश्विन ( Ravichandran Ashwin ) ने टैगेनराइन चंद्रपॉल को आउट किया। दिलचस्प बात यह है कि इससे पहले उन्होंने टैगेनराइन के पिता शिवनारायण चंद्रपॉल को भी 2011 और 2013 के बीच चार बार पवेलियन भेजा था। यह कारनामा टेस्ट क्रिकेट में केवल पांच गेंदबाजों ने किया है।

अश्विन का ऐतिहासिक करियर

Ravichandran Ashwin
Ravichandran Ashwin

अश्विन ( Ravichandran Ashwin ) से पहले यह दुर्लभ रिकॉर्ड चार गेंदबाजों के नाम दर्ज है। ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क और साउथ अफ्रीका के साइमन हार्मर ने भी चंद्रपॉल परिवार (पिता और बेटे) को आउट किया है। वहीं, इंग्लैंड के इयान बॉथम और पाकिस्तान के वसीम अकरम ने न्यूजीलैंड के लांस और क्रिस केर्न्स को आउट किया था। अश्विन का यह कारनामा न केवल उनकी क्षमता को दर्शाता है, बल्कि उनके क्रिकेटिंग दिमाग की गहराई को भी उजागर करता है।

537 विकेटों के साथ अश्विन ने भारतीय क्रिकेट में एक अमिट छाप छोड़ी है। उनका यह दुर्लभ रिकॉर्ड इस बात का प्रमाण है कि उन्होंने न केवल अपनी गेंदबाजी से बल्कि अपनी रणनीतिक सोच से भी क्रिकेट में नए मानदंड स्थापित किए हैं। उनके योगदान को आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी।