क्रिकेट के मैदान पर एक ऐसा दिन आया, जिसने खेल प्रेमियों को चौंका दिया। रिकॉर्ड टूटे, नई कहानियां बनीं, और एक टीम के प्रदर्शन ने सभी को स्तब्ध कर दिया। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा कुछ देखने को मिला, जिसे लंबे समय तक याद किया जाएगा।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 42 रन पर ढेर हुई श्रीलंका

गुरुवार, 28 नवंबर को डरबन के किंग्समीड में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन, श्रीलंका की टीम मात्र 42 रन पर ढेर हो गई। यह टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका का अब तक का सबसे कम स्कोर है। इससे पहले 1994 में पाकिस्तान के खिलाफ कैंडी में श्रीलंका ने 71 रन बनाए थे, जो उनका न्यूनतम स्कोर था।
दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों के सामने श्रीलंका के बल्लेबाज टिक नहीं सके। मार्को जेनसन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 6.5 ओवर में मात्र 13 रन देकर 7 विकेट झटके। यह उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। उनके साथ गेराल्ड कोएट्ज़ी ने 2/18 और कगिसो रबाडा ने 1/10 का योगदान दिया।
श्रीलंका की ओर से कमिंदु मेंडिस (13) ने सबसे ज्यादा रन बनाए। उनके अलावा लाहिरू कुमारा (10*) ही दहाई का आंकड़ा छू सके। बाकी बल्लेबाजों में पांच खिलाड़ी बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। टीम केवल 13.5 ओवर में सिमट गई।

भारत का 46 रन का रिकॉर्ड भी पीछे छोड़ा

श्रीलंका ने इस साल टेस्ट क्रिकेट में न्यूनतम स्कोर का भारत का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। भारत ने जून में बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के खिलाफ 46 रन बनाए थे जो कि एक शर्मनादायक स्कोर था।श्रीलंका के इस प्रदर्शन ने क्रिकेट जगत को झकझोर दिया है। टीम के लिए यह मैच एक बुरे सपने जैसा साबित हुआ, जबकि दक्षिण अफ्रीका के लिए यह गेंदबाजी प्रदर्शन लंबे समय तक यादगार रहेगा। अब सभी की नजरें श्रीलंका पर हैं कि वे इस हार से कैसे उबरते हैं।

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