Sarfaraz Khan :भारतीय क्रिकेट में युवा खिलाड़ियों को मौका देने की परंपरा रही है, लेकिन कभी-कभी बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद कुछ खिलाड़ी बेंच पर ही रह जाते हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसने क्रिकेट प्रशंसकों के बीच चर्चा का विषय बना दिया है। मुंबई के उभरते सितारे जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपनी जबरदस्त फॉर्म से सबका दिल जीता है, पूरे दौरे पर बेंच पर बैठे रहे। यह निर्णय कई लोगों को हैरान कर गया है, खासकर जब भारतीय टीम मध्यक्रम में स्थिरता की तलाश कर रही थी।
गौतम गंभीर ने नहीं दिया Sarfaraz Khanको मौका
सरफराज़ खान(Sarfaraz Khan), जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में 65.61 की औसत से 4,593 रन बनाए हैं, लगातार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके नाम 16 शतक और 14 अर्धशतक हैं, और उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपने डेब्यू में दोनों पारियों में अर्धशतक जमाकर फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ 150 जड़ दिए इसके साथ वो अपनी काबिलियत साबित की थी। लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्हें एक भी मैच में मौका नहीं दिया गया।
गौतम गंभीर, जो अब भारतीय टीम के मुख्य कोच हैं, ने टीम संयोजन में बदलाव करने के बावजूद सरफराज़ (Sarfaraz Khan) को नज़रअंदाज़ किया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भारतीय टीम के मध्यक्रम ने संघर्ष किया, लेकिन इसके बावजूद सरफराज़ (Sarfaraz Khan) को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया। गंभीर के इस फैसले की क्रिकेट विशेषज्ञों और पूर्व खिलाड़ियों ने आलोचना की है। कई लोगों का मानना है कि यह निर्णय सरफराज़ के करियर के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
क्या Sarfaraz Khan का करियर खतरे में है?
सरफराज़ खान (Sarfaraz Khan) का निरंतर अच्छा प्रदर्शन उन्हें भारतीय टीम में लंबे समय तक बनाए रखने के लिए काफी है, लेकिन उन्हें मौके न मिलना उनके आत्मविश्वास के लिए झटका साबित हो सकता है। कई बार, खिलाड़ियों को लगातार बेंच पर बैठने से उनके खेल पर असर पड़ता है। हालांकि, क्रिकेट विशेषज्ञों को उम्मीद है कि सरफराज़ अपनी मेहनत और समर्पण से वापसी करेंगे।
भारतीय टीम के आगामी मैचों में सरफराज़ (Sarfaraz Khan) को मौका मिल सकता है, और अगर उन्हें खेलने का अवसर मिला, तो वे अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका सकते हैं। सरफराज़ खान के फैंस को भी भरोसा है कि यह युवा खिलाड़ी भविष्य में भारतीय क्रिकेट का बड़ा सितारा बन सकता है।