भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही टेस्ट सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में भारत की जगह पक्की करने के लिए महत्वपूर्ण है। भारत को अगले साल इंग्लैंड में होने वाले फाइनल के लिए अपनी जगह सुनिश्चित करने के लिए सभी बचे हुए मैच जीतने होंगे। रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारतीय टीम को एडिलेड से ब्रिसबेन के गाबा स्टेडियम में 14 दिसंबर से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए यात्रा करनी थी उस दौरान रोहित भड़के यशस्वी (Yashasvi Jaiswal) पे।
यशस्वी जायसवाल की हरकत से रोहित शर्मा नाराज
बुधवार को सुबह 8:30 बजे टीम इंडिया को एडिलेड के इंटरकांटिनेंटल होटल से ब्रिसबेन के लिए रवाना होना था। सभी खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ समय पर बस में सवार हो गए थे, लेकिन यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) गायब थे। आमतौर पर समय की पाबंदी का पालन करने वाले यशस्वी से यह गलती अनपेक्षित थी। उनकी अनुपस्थिति से रोहित शर्मा (Rohit Sharma) काफी नाराज हो गए। रोहित बस से उतरकर सपोर्ट स्टाफ को जायसवाल को ढूंढने का निर्देश देने लगे।
टीम के मैनेजर और सिक्योरिटी ऑफिसर भी बस से उतर गए और जायसवाल के बारे में जानकारी जुटाने लगे। थोड़ी देर की चर्चा के बाद, सभी फिर से बस में बैठ गए और टीम बिना यशस्वी जायसवाल के ब्रिसबेन रवाना हो गई।
यशस्वी के अलावा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह, जो इस दौरे पर अपने परिवार के साथ मौजूद हैं, ने भी ब्रिसबेन की यात्रा की। लेकिन उन्होंने टीम के साथ जाने के बजाय एक चार्टर्ड विमान से यात्रा करना चुना
टीम पे इसका प्रभाव
मुख्य कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने इस घटना को लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यशस्वी (Yashasvi Jaiswal) की इस चूक को कैसे संभाला जाएगा। रोहित शर्मा की नाराजगी से यह साफ है कि टीम प्रबंधन अनुशासन को लेकर कोई समझौता नहीं करना चाहता।
इस घटना ने टीम के भीतर अनुशासन और खिलाड़ियों की जिम्मेदारी के महत्व को उजागर किया है, खासकर ऐसे महत्वपूर्ण दौर में जब हर मैच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की दिशा में अहम है।