Team India :- भारतीय क्रिकेट में कई खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से खास पहचान बनाई है। ऐसा ही एक नाम अंकीत राजपूत का है, जिन्होंने अपनी तेज गेंदबाजी और स्विंग से बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। लेकिन अब, 31 साल की उम्र में, इस तेज गेंदबाज ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। आइए, उनके करियर और इस फैसले के पीछे की वजहों पर नजर डालते हैं।
घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन
अंकीत राजपूत ( Ankit Rajpoot ) ने 2012-13 सीजन में उत्तर प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की। अपनी शानदार लाइन और लेंथ की वजह से उन्होंने 248 फर्स्ट-क्लास विकेट लिए और टीम के लिए कई बार मैच विजेता साबित हुए।
राजपूत ( Ankit Rajpoot ) का आईपीएल करियर भी काफी प्रभावशाली रहा। उन्होंने पंजाब किंग्स, चेन्नई सुपर किंग्स, राजस्थान रॉयल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और लखनऊ सुपर जायंट्स जैसी बड़ी टीमों का प्रतिनिधित्व किया। 29 मैचों में उन्होंने 24 विकेट लिए, जिसमें एक बार 14 रन देकर 5 विकेट का यादगार प्रदर्शन शामिल है। हालांकि, आईपीएल 2020 के बाद से उनका क्रिकेट करियर धीमा पड़ गया और हालिया ऑक्शन में उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला।
Team India फॉर्म में गिरावट और संन्यास का निर्णय
हाल के वर्षों में राजपूत की फॉर्म में गिरावट आई। इस साल रणजी ट्रॉफी के दो मैचों में वह कोई विकेट नहीं ले सके, जिसने उनके करियर पर सवाल खड़े किए। इन असफलताओं के बीच, उन्होंने सोशल मीडिया पर क्रिकेट को अलविदा कहने का ऐलान किया। अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने लिखा, “आज, अत्यधिक आभार और विनम्रता के साथ, मैं भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करता हूँ। 2009-2024 का यह सफर मेरे जीवन का सबसे शानदार समय रहा।”
उन्होंने बीसीसीआई, उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ और अपनी आईपीएल टीमों का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे अब क्रिकेट के अन्य पहलुओं और व्यापारिक अवसरों में अपनी नई पारी शुरू करेंगे।
अंकीत राजपूत को उनकी स्विंग, यॉर्कर और घातक बाउंसरों के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने अपनी मेहनत से घरेलू क्रिकेट में बड़ा नाम बनाया और आईपीएल में भी अपनी पहचान बनाई।
संन्यास के बाद, उन्होंने यह भी संकेत दिया है कि वह क्रिकेट से पूरी तरह दूर नहीं होंगे। उनके शब्दों में, “मैं इस खेल के व्यापारिक और अन्य पहलुओं में खुद को नए अवसरों के साथ चुनौती देना चाहता हूँ। यह मेरे लिए एक नया अध्याय है।”
राजपूत के संन्यास से भारतीय क्रिकेट ( Team India ) को जरूर एक नुकसान हुआ है, लेकिन उनके योगदान और यादगार पलों को हमेशा याद किया जाएगा। नई चुनौतियों और अवसरों के लिए उनके इस साहसिक कदम को शुभकामनाएं।
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