टेस्ट क्रिकेट का मैदान इस शनिवार एक खास मुकाबले का गवाह बनने जा रहा है। यह टेस्ट मैच भले ही सीरीज के परिणाम को प्रभावित न करे, क्योंकि इंग्लैंड पहले ही 2-0 की बढ़त बना चुका है, लेकिन न्यूज़ीलैंड के क्रिकेट इतिहास में यह मुकाबला यादगार होने वाला है। यह मैच ना केवल टीम के प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि एक ऐसे खिलाड़ी के लिए भी खास है, जिसने लगभग डेढ़ दशक तक अपनी तेज गेंदबाज़ी से क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता। हालांकि, इस खिलाड़ी के प्रदर्शन में हाल ही में गिरावट आई है, लेकिन उसका करियर हमेशा अविस्मरणीय रहेगा।
Tim Southee का आखिरी टेस्ट मुकाबला
न्यूज़ीलैंड के तेज गेंदबाज़ टिम साउथी ( Tim Southee )इस शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलेंगे। साउथी का टेस्ट करियर शानदार रहा है, जिसमें उन्होंने अब तक 389 विकेट लिए हैं, जो न्यूज़ीलैंड के लिए रिचर्ड हैडली (431 विकेट) के बाद दूसरे सबसे ज़्यादा हैं। 36 वर्षीय साउथी हाल के समय में फॉर्म में संघर्ष कर रहे हैं और पिछले 12 टेस्ट मैचों में उन्होंने केवल दो विकेट से अधिक प्रदर्शन नहीं किया है। इस सीरीज में भी उन्होंने केवल चार विकेट लिए हैं, लेकिन साउथी उम्मीद कर रहे हैं कि हैमिल्टन के सेडन पार्क में खेले जाने वाले इस आखिरी मुकाबले में वह एक बार फिर अपनी पुरानी फॉर्म दिखाएंगे।
तेज गेंदबाज़ी की विरासत
टिम साउथी ( Tim Southee ) और उनके साथी गेंदबाज़ ट्रेंट बोल्ट (317 विकेट) ने न्यूज़ीलैंड क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। हालांकि, इन दोनों का प्रदर्शन अक्सर इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड की उपलब्धियों के कारण छुपा रह गया। साउथी ने अपनी तेज़ गेंदबाज़ी में आउट-स्विंग और ऑफ-कटर जैसे विविधताओं से बल्लेबाजों को परेशान किया। उनका योगदान न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के लिए हमेशा यादगार रहेगा।
साउथी ( Tim Southee ) के बाद न्यूज़ीलैंड का गेंदबाज़ी आक्रमण विलियम ओ’राउर्के, नाथन स्मिथ और काइल जैमीसन जैसे युवा गेंदबाज़ों के कंधों पर होगा। हालाँकि, साउथी की कमी को भर पाना आसान नहीं होगा। न्यूज़ीलैंड के लिए यह मैच न केवल एक दिग्गज को अलविदा कहने का मौका है, बल्कि भविष्य की तैयारी का भी संकेत है।