U19 Asia Cup :- भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने एशिया कप के फाइनल में बांग्लादेश को हराकर नई ऊंचाइयों को छुआ। यह मुकाबला मलेशिया के कुआलालंपुर में खेला गया था, जहां दोनों टीमें खिताब के लिए जोरदार टक्कर दे रही थीं। भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल मुकाबले में भी अपनी काबिलियत साबित की।
तृषा की दमदार पारी
फाइनल मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी भारतीय टीम ने 117 रन बनाए। भारतीय बल्लेबाजों को शुरुआत में संघर्ष करना पड़ा, लेकिन सलामी बल्लेबाज गोंगादी तृषा ने मोर्चा संभाला। तृषा ने 47 गेंदों में 52 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें पांच चौके और दो छक्के शामिल थे। उनके अलावा मितिला विनोद ने 12 गेंदों में 17 रन बनाकर पारी को एक महत्वपूर्ण अंत दिया।
बांग्लादेश की ओर से तेज गेंदबाज फरजाना इस्मिन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 31 रन देकर चार विकेट झटके। निशिता अख्तर निशी ने भी दो अहम विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजों को दबाव में रखा। हालांकि, तृषा की बल्लेबाजी के आगे बांग्लादेश की गेंदबाजों की रणनीति असफल रही।
भारतीय गेंदबाजों का जलवा
118 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम को शुरुआत से ही झटके लगे। भारतीय गेंदबाजों ने आक्रामक शुरुआत की और बांग्लादेश की ओपनर फहमिदा चोया और जुआइरिया फिरदौस ने क्रमशः 18 और 22 रन बनाए। हालांकि, कप्तान सुमैया अख्तर को सोनम यादव ने चलता किया। सोनम यादव और परुणिका सिसोदिया ने दो-दो विकेट लेकर बांग्लादेश की बल्लेबाजी को कमजोर किया।
आयुषी शुक्ला, जो पूरे टूर्नामेंट की सबसे सफल गेंदबाज रही, ने फाइनल में भी कमाल करते हुए 3.3 ओवर में 17 रन देकर तीन विकेट झटके। वीजे जोशिथा ने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए बांग्लादेश की ओपनर ईवा को बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया। बांग्लादेश की पूरी टीम 75 रन पर ढेर हो गई और भारत ने 41 रनों से मुकाबला जीत लिया।
इस जीत के साथ भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने इतिहास रचते हुए पहला महिला अंडर-19 एशिया कप अपने नाम किया। गोंगादी तृषा, जो पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में हुए महिला टी20 विश्व कप की नायिका थीं, ने एक बार फिर साबित किया कि बड़े मुकाबलों में प्रदर्शन करना उनकी खासियत है।