Vijay Hazare Trophy : विजय हजारे ट्रॉफी में हर साल युवा और अनुभवी खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। यह टूर्नामेंट घरेलू स्तर पर वनडे क्रिकेट का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट है, जहां भारत के अलग-अलग राज्यों की टीमें हिस्सा लेती हैं। इस टूर्नामेंट में खिलाड़ी अपने प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में जगह बनाने की कोशिश करते हैं। इस साल भी Vijay Hazare Trophyमें कुछ शानदार प्रदर्शन देखने को मिले, जिसमें एक ऐसा खिलाड़ी शामिल है जो टीम इंडिया से बाहर चल रहा है लेकिन अपने बल्ले से लगातार धमाल मचा रहा है।
मयंक का 45 गेंदों में शतक
कर्नाटक के कप्तान मयंक अग्रवाल ने (Vijay Hazare Trophy) में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 45 गेंदों में शतक जड़कर सनसनी मचा दी। अरुणाचल प्रदेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 166/7 का स्कोर खड़ा किया। अरुणाचल की ओर से अभिनव सिंह ने 71 रनों की शानदार पारी खेली। लेकिन कर्नाटक के गेंदबाज वासुकी कौशिक और हार्दिक राज ने चार-चार विकेट लेकर अरुणाचल के स्कोर को ज्यादा आगे नहीं बढ़ने दिया।
167 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए कर्नाटक की ओपनिंग जोड़ी ने अरुणाचल के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। मयंक अग्रवाल ने 45 गेंदों में शतक ठोक दिया, जो कि लिस्ट ए क्रिकेट में उनका सबसे तेज शतक है। यह विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास का पांचवां सबसे तेज शतक है। इस पारी में मयंक ने मात्र छह गेंदें डॉट खेलीं और छह में से पांच छक्के सीधा ग्राउंड के नीचे मारे। मयंक ने 100* (45 गेंद) की नाबाद पारी में सात चौके और सात छक्के लगाए। उनके साथ अभिनव मनोहर ने 66*(41 गेंद) रन बनाए, जिसमें चार चौके और चार छक्के शामिल थे। कर्नाटक ने यह लक्ष्य सिर्फ 14.2 ओवर में हासिल कर लिया और 10 विकेट से जीत दर्ज की।
आईपीएल पे नहीं बिकने के बाद भी मयंक की शानदार फॉर्म
Vijay Hazare Trophy: मयंक अग्रवाल का यह शानदार फॉर्म सिर्फ एक मैच तक सीमित नहीं है। इससे पहले पंजाब के खिलाफ भी उन्होंने 139* रनों की नाबाद पारी खेली थी। इस सीजन में मयंक अब तक 304 रन बना चुके हैं, जिसमें दो शतक शामिल हैं। खास बात यह है कि आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में मयंक को किसी भी टीम ने नहीं खरीदा था। लेकिन इस प्रदर्शन के बाद उनके टीम इंडिया में वापसी की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ इस मुकाबले में मयंक ने गेंदबाजी में भी हाथ आजमाया और अपने लिस्ट ए करियर का पहला विकेट लिया। 117 मैचों के करियर में यह उनका पहला विकेट था, जो उनकी ऑलराउंड क्षमताओं को भी दर्शाता है। 33 वर्षीय मयंक की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए ऐसा लगता है कि अगर फॉर्म बनाए रखें तो वे जल्द ही भारतीय टीम में वापसी कर सकते हैं।