भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टी20 मुकाबला पुणे में खेला गया, जहां टीम इंडिया ने 15 रनों से जीत दर्ज की। इस मैच में शिवम दुबे ने शानदार अर्धशतक (53 रन) जड़कर भारत को 181 रनों के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। हालांकि, मुकाबले के दौरान एक ऐसा निर्णय लिया गया जिसने क्रिकेट जगत में विवाद खड़ा कर दिया। इंग्लैंड के कप्तान जॉस बटलर इस फैसले से बेहद नाराज दिखे और उन्होंने इस पर खुलकर प्रतिक्रिया दी।
हर्षित राणा की सब्स्टीट्यूशन पर जॉस बटलर ने उठाए सवाल
भारत के शानदार खिलाड़ी शिवम दुबे को इंग्लैंड के गेंदबाज जेमी ओवरटन की गेंद पर हेलमेट पर चोट लगी थी। इसके बावजूद उन्होंने बल्लेबाजी जारी रखी और आखिरी गेंद पर रन आउट हो गए। बाद में भारत ने दुबे की जगह तेज गेंदबाज हर्षित राणा (Harshit Rana) को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में मैदान पर उतार दिया। यह फैसला इंग्लैंड टीम को रास नहीं आया क्योंकि आईसीसी के नियमों के अनुसार कन्कशन सब्स्टीट्यूट ‘लाइक-फॉर-लाइक’ होना चाहिए।
“यह बिल्कुल भी समान बदलाव नहीं था। हमें इस पर सहमति नहीं है। या तो शिवम दुबे ने गेंदबाजी में 25 मील प्रति घंटे की गति बढ़ा ली है या फिर हर्षित राणा की बल्लेबाजी बहुत ज्यादा सुधर गई है।”
बटलर ने आगे कहा कि उन्हें इस फैसले को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई थी और वह इसे लेकर मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ से सवाल पूछना चाहते हैं।
“हमें बताया तक नहीं गया कि हर्षित राणा किसके बदले आए हैं। जब मैंने पूछा तो बताया गया कि वह कन्कशन रिप्लेसमेंट के रूप में आए हैं, जिससे मैं असहमत था। यह निर्णय मैच रेफरी ने लिया, लेकिन हमें इस पर कोई चर्चा करने का मौका नहीं मिला।”
हर्षित राणा ने पलटा मैच और इंग्लैंड की हार में निभाई अहम भूमिका
हालांकि, इंग्लैंड के इस विरोध के बावजूद हर्षित राणा (Harshit Rana) ने भारतीय टीम के लिए अहम भूमिका निभाई। गेंदबाजी में आते ही उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और 3 महत्वपूर्ण विकेट झटक लिए, जिससे इंग्लैंड का लक्ष्य तक पहुंचना मुश्किल हो गया।
इंग्लैंड के कप्तान भले ही इस फैसले से नाखुश रहे हों, लेकिन यह साफ है कि इस बदलाव ने भारत को मैच जीतने में मदद की। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर आईसीसी या मैच रेफरी की ओर से कोई प्रतिक्रिया आती है या नहीं।
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