मोललता
किसी विलायक के 1000 ग्राम (1 किलोग्राम) में घुलित विलेय के मोलों की संख्या को विलयन की मोललता (Molality in Hindi) कहते हैं।
मोललता = [katex] \large \frac{विलेय\,के\,मोलों\,की\,संख्या}{विलायक\,का\,किलोग्राम\,में\,द्रव्यमान\,} [/katex]
मोललता की इकाई मोल/किलोग्राम होती है।
मोललता का सूत्र
मोललता = [katex] \large \frac{विलेय\,के\,मोलों\,की\,संख्या}{विलायक\,का\,किलोग्राम\,में\,द्रव्यमान\,} [/katex]
[katex] \footnotesize \boxed { m = \frac{n}{W (kg में)} } [/katex]
जहां W – विलायक के द्रव्यमान तथा n – विलेय के गोलों की संख्या को दर्शाता है।
विलेय का द्रव्यमान (ग्राम में) विलायक का द्रव्यमान (ग्राम में) तथा विलयन की मोललता के बीच संबंध →
[katex] \footnotesize \boxed { मोललता\,(m) = \frac{w’ × 1000}{M × w} } [/katex]
जहां w = विलायक का द्रव्यमान
w’ = विलेय का द्रव्यमान
M = विलेय का अणुभार
m = विलयन की मोललता
प्रति 1 किलोग्राम विलायक में यदि विलेय का 1 मोल उपस्थित हो, तो विलयन की मोललता 1 होती है।
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Note – किसी विलयन की मोललता पर ताप का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। क्योंकि विलायक का द्रव्यमान ताप परिवर्तन से अपरिवर्तित रहता है।
मोललता के उदाहरण
1. 450 mL विलयन में 15 ग्राम सोडियम क्लोराइड (NaCl) घुला हुआ है। तो इस विलयन की मोललता ज्ञात कीजिए।
हल →
विलेय NaCl का अणुभार = 23 + 35.5 = 58.5
विलेय NaCl का भार = 15 ग्राम
विलेय NaCl के मोलों की संख्या = [katex] \large \frac{NaCl\,का\,भार}{NaCl\,का\,अणुभार} [/katex]
विलेय NaCl के मोलों की संख्या = [katex] \large \frac{15}{58.5} [/katex] = 0.26 मोल
तब विलयन की मोललता = [katex] \large \frac{विलेय\,के\,मोलों\,की\, संख्या}{विलायक\,का\,भार} [/katex] ×1000
विलयन की मोललता = [katex] \large \frac{0.26 × 1000}{450} [/katex]
अतः विलयन की मोललता = 0.58 मोल/किग्रा है।
2. एक 14% H2SO4 H2SO4 विलयन की मोललता ज्ञात कीजिए। [जबकि H = 1, O = 16, S = 32]
हल →
14% का अर्थ है कि 100 मिली में H2SO4 का भार 14 ग्राम है।
H2SO4 का अणुभार = 2×1 + 32 + 4 × 16 = 98
विलेय (H2SO4) के मोल = [katex] \large \frac{भार}{अणुभार} [/katex]
विलेय (H2SO4) के मोलों की संख्या = [katex] \large \frac{14}{98} [/katex]
विलेय (H2SO4) के मोलों की संख्या = 0.149 मोल
100 g विलयन में उपस्थित विलायक की मात्रा = 100 – 14 = 86 g = 0.086 kg
तब विलयन की मोललता = [katex] \large \frac{विलेय\,के\,मोलों\,की\,संख्या}{विलायक\,का\,द्रव्यमान\,(किग्रा में)} [/katex]
विलयन की मोललता = [katex] \large \frac{0.149}{0.086} [/katex]
अतः विलयन की मोललता = 1.733 मोल/किग्रा